संसदःपक्ष और विपक्ष का अतिवाद

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************* संसद का यह वर्षाकालीन सत्र अत्यधिक महत्वपूर्ण होना था लेकिन वह प्रतिदिन निरर्थकता की ओर बढ़ता चला जा रहा है। कोरोना महामारी, बेरोजगारी,अफगान-संकट,भारत-चीन विवाद,जातिय जनगणना आदि कई मुद्दों पर सार्थक संसदीय बहस की उम्मीद थी लेकिन पेगासस जासूसी कांड इस सत्र को ही लील गया है। लगभग २ सप्ताह से दोनों सदनों … Read more

‘असंसदीय शब्द आचार संहिता’ के सदके..!

अजय बोकिलभोपाल(मध्यप्रदेश)  ****************************************** क्या असंसदीय शब्दकोश जनप्रतिनिधियों के बीच आपसी सौहार्द और शालीनता की इबारत को कायम रख सकेगा ? खास कर तब कि जब आज के जमाने में ‘भाषाई अभद्रता’ को भी ‘बिकाऊ सामग्री’ के तौर पर देखा जाने लगा है। और यह भी कि जब सार्वजनिक आचरण में भी कई बार भद्रता-अभद्रता की … Read more

मोदी मंत्रिमंडल विस्तार में छिपी उम्मीदें और चुनौतियां..

अजय बोकिलभोपाल(मध्यप्रदेश)  ****************************************** मोदी सरकार २.० के दूसरे विस्तार में निहित संदेश को राजनीतिक प्रेक्षक अलग-अलग ढंग से पढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। लुब्बो-लुआब यही है कि चुनाव जीतना। जीतना और उसके लिए हर संभव रणनीति बनाते रहना मोदी सरकार की हर गतिविधि की प्राथमिकता रही है,क्योंकि सत्ता है तो सब-कुछ है। मंत्रिमंडल के … Read more

कश्मीर फिर बने पूर्ण राज्य

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************* कश्मीर के गुपकार-गठबंधन ने अपना संयुक्त बयान जारी किया है। प्रधानमंत्री के साथ २४ जून को हुई बैठक के बाद यह उसका पहला बयान है। इस बयान में कहा गया है कि,बैठक ‘निराशाजनक’ रही लेकिन उनका अब यह कहना ज़रा विचित्र-सा लग रहा है,क्योंकि उस बैठक से निकलने के बाद सभी नेता … Read more

नरसिंहराव के प्रति कांग्रेस की कृतघ्नता

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************* भारत के प्रधानमंत्री रहे पामुलपर्ती वेंकट नरसिंहरावजी का इस २८ जून को सौवां जन्मदिन था। प्रधानमंत्री बनने के पहले वे विदेश मंत्री, गृहमंत्री,रक्षा मंत्री और मानव संसाधन मंत्री रह चुके थे। १९९१ में जब वे प्रधानमंत्री बने तो तीन पड़ौसी देशों के प्रधानमंत्रियों ने पूछा कि क्या राव साहब इस पद को … Read more

कश्मीर पर सार्थक संवाद हुआ

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************* जम्मू-कश्मीर के नेताओं से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संवाद काफी सार्थक रहा। इसे हम एक अच्छी शुरुआत भी कह सकते हैं। २२ माह पहले जब सरकार ने धारा ३७० हटाई थी और इन नेताओं को गिरफ्तार कर लिया था,तब और अब के माहौल में जमीन-आसमान का अंतर आ गया है। जब इस … Read more

क्या गारंटी कि,अनाज-वितरण में धांधली नहीं होगी !

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************* केंद्र सरकार और दिल्ली की सरकार के बीच आजकल अजीब-सा विवाद चला हुआ है। दिल्ली की केजरीवाल-सरकार दिल्ली के लगभग ७२ लाख लोगों को अनाज उनके घरों पर पहुंचाना चाहती है लेकिन मोदी सरकार ने उस पर रोक लगा दी है। इन गरीबी की रेखा के नीचे वाले लोगों को ‘प्रधानमंत्री गरीब … Read more

बात करें सरकार और किसान

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************* किसान आंदोलन को चलते-चलते ६ महीने पूरे हो गए हैं। ऐसा लगता था कि शाहीन बाग आंदोलन की तरह यह भी ‘कोरोना’ के रेले में बह जाएगा लेकिन पंजाब,हरियाणा और पश्चिम उत्तरप्रदेश के किसानों का हौंसला है कि अब तक वे अपनी टेक पर टिके हुए हैं। उन्होंने आंदोलन के ६ महीने … Read more

नेपाली राजनीति अधर में

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************* नेपाल की सरकार और संसद एक बार फिर अधर में लटक गई है। राष्ट्रपति विद्यादेवी भंडारी ने अब वही किया है,जो उन्होंने पहले २० दिसंबर को किया था,याने संसद भंग कर दी है और ६ माह बाद नवंबर में चुनावों की घोषणा कर दी है। याने प्रधानमंत्री के.पी. ओली को कुर्सी में … Read more

भारत-रूसःहमें हुआ क्या,भूमिका अदा करें ?

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************* रूसी विदेश मंत्री सर्गेइ लावरोव और भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर के बीच हुई बातचीत के जो अंश प्रकाशित हुए हैं,और उन दोनों ने अपनी पत्रकार-परिषद में जो कुछ कहा है,अगर उसकी गहराई में उतरें तो थोड़ा-बहुत आनंद जरुर होगा लेकिन दुखी हुए बिना भी नहीं रहेंगे। आनंद इस बात से होगा कि … Read more