तनाव और व्यस्तता में गुम हैं रिश्ते
दीप्ति खरेमंडला (मध्यप्रदेश)************************************* कहाँ गया रिश्तों से प्रेम ?… ‘रिश्ता’ एक ऐसा शब्द है, जिसमें भावनाएं, आत्मीयता और समर्पण समाहित होता है, पर आज की भागती-दौड़ती ज़िंदगी में रिश्तों की परिभाषा बदलती जा रही है। जहां पहले रिश्ते नि:स्वार्थ प्रेम से जुड़े होते थे, आज वे सुविधा स्वार्थ से बंधे दिखते हैं। इसलिए यह प्रश्न … Read more