अंधी दुनिया में गुम होती किशोर पीढ़ी

ललित गर्गदिल्ली************************************** संचार-क्रांति से दुनिया तो सिमटती जा रही, लेकिन रिश्तों में फासले बढ़ते जा रहे हैं। भौतिक परिवर्तनों, प्रगति के आधुनिक संसाधनों एवं तथाकथित नए जीवन का क्रांतिकारी दौर…

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राष्ट्रगान ही राष्ट्र की पहचान व सम्मान

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)******************************************* हमारे देश और अभी कुछ दिनों पूर्व किसी अन्य देश में राष्ट्रध्वज का अपमान किया गया, उसको पैरों से कुचला और अपने देश के निवासियों ने ही अपमान…

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वेश-भूषा

दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* बढ़ी हुई दाढ़ी, मैले-कुचैले एवं फटे कपड़े, टूटी चप्पल पहने एक व्यक्ति शहर की सबसे बड़ी पाँच सितारा होटल में घुसने की कोशिश कर…

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अमेरिकी छवि को दागदार करती बन्दूक ‘संस्कृति’

ललित गर्गदिल्ली************************************** दुनिया में स्वयं को सभ्य एवं स्वयं-भू मानने वाले अमरीका में ‘बंदूक संस्कृति’ के साथ लोगों में बढ़ रही असहिष्णुता, हिंसक मनोवृत्ति और आसानी से हथियारों की सहज…

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दिखावे की प्रतिस्पर्धा से भक्ति घटी

रत्ना बापुलीलखनऊ (उत्तरप्रदेश)***************************************** शक्ति, भक्ति और दिखावा... भक्ति, शक्ति और दिखावा ये तीनों शब्द एक-दूसरे के पूरक होते हुए भी अर्थ एंव साम्यर्थ में भिन्न हैं। हिन्दुओं का हर त्यौहार…

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दंत विहीन संघ संयुक्त राष्ट्र

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)******************************************* संयुक्त राष्ट्र संघ का महत्व वर्तमान में उतना प्रभावशाली नहीं है। वह बिना दांत का शेर है, क्योंकि संघ में विकसित देशों की पकड़ है। पिछले वर्ष रूस…

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दुनिया में आपका कौन ?

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)***************************************************** इस दुनिया में आपका अपना कौन है ?, यह सवाल अजीब लग रहा होगा। सभी लोग कहेंगे कि, मेरे माँ-बाप हैं, भाई-बहिन है, मेरी पत्नी…

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लोकतंत्र के हित में है नौकरशाहों का चुनाव लड़ना ?

ललित गर्गदिल्ली************************************** ५ राज्यों के विधानसभा एवं अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले अनेक प्रशासनिक अधिकारी राजनीति में आने के लिए अपने पदों से इस्तीफा दे रहे हैं।…

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धर्म का मर्म समझें

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** भक्ति, शक्ति और दिखावा... 'आनंद लूट ले बंदे, तू प्रभु की बंदगी का,न जाने छूट जाए,कब साथ जिंदगी का।'आप सोच रहे होंगे कि, यह क्या ! लिखा…

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मन के रावण को जला दें

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* युगों से विजयादशमी के दिन प्रभु राम द्वारा युद्ध में रावण का बध कर विजय पाने का त्योहार-उत्सव हर वर्ष मनाया जाता है। यह असत्य…

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