जननेता और बहुआयामी व्यक्तित्व ‘अटल जी’

डॉ. मुकेश ‘असीमित’गंगापुर सिटी (राजस्थान)******************************************** ‘अजातशत्रु’ अटल जी… अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय राजनीति के वह सितारे हैं, जिनकी चमक समय के साथ और प्रखर होती गई। वे केवल एक राजनेता नहीं, बल्कि कवि, साहित्यकार, पत्रकार और सामाजिक चिंतक थे। उनकी जीवन यात्रा भारतीय लोकतंत्र की शक्ति और उनकी व्यक्तिगत प्रतिबद्धता का प्रमाण है। एक साधारण … Read more

भारतीय राजनीति के दूसरे ‘भीष्म पितामह’

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म मध्यप्रदेश के ग्वालियर क्षेत्र में २५ दिसम्बर सन् उन्नीस सौ चौबीस को हुआ। वे बचपन से अन्य महान आत्माओं की तरह मेधावी व्यक्तित्व के पुरोधा थे। अटल बिहारी वाजपेयी कवि, पत्रकार एवं एक प्रखर वक्ता थे। उन्होंने भारतीय जनसंघ नामक संस्था की स्थापना की, और … Read more

राष्ट्र को समर्पित ‘अटल’ जीवन यात्रा

ललित गर्ग दिल्ली************************************** ‘अजातशत्रु’ अटल जी… भारतीय राजनीति का महानायक, भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता, भारत रत्न, प्रखर कवि, वक्ता और पत्रकार अटल विहारी वाजपेयी की जन्म जयंती २५ दिसंबर को भारत सरकार प्रतिवर्ष ‘सुशासन दिवस’ के रूप में मनाती है। इस वर्ष उनका १००वां जन्मोत्सव है, जिन्होंने प्रखर राजनेता, अजातशत्रु, विचारक, समाज सुधारक … Read more

संसद ही नहीं, देश भी शर्मिंदा

ललित गर्ग दिल्ली************************************** संविधान-निर्माता डॉ. भीमराव आम्बेडकर को लेकर भारतीय संसद में जो दृश्य पिछले कुछ दिनों में देखने को मिले हैं, वे न केवल शर्मसार करने वाले हैं, बल्कि संसदीय गरिमा को धुंधलाने वाले हैं। डॉ. आम्बेडकर को लेकर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने हैं। दोनों पक्षों ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। इस … Read more

‘मुफ्तखोरी’ विकास मार्ग का ज्वलन्त रोड़ा

विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)************************************ मुफ्तखोरी और राष्ट्र का विकास…. ‘मुफ्तखोरी’ विकास का नकारात्मक पहलू है। जहाँ मुफ्तखोरी होती है, वहाँ तराजू का एक पलड़ा स्वत: धराशायी हो जाता है। मुफ्तखोरी एक परिवार में हो, समाज में हो या एक देश में हो, यह विकास के रास्ते को अवरुद्ध करने वाला कलंक है। विधाता ने जीव जगत को … Read more

समाज और देश पर कलंक है मुफ्तखोरी

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** मुफ्तखोरी और राष्ट्र का विकास… देश के लोगों में मुफ्तखोरी की आदत डालना देश के विकास को अवरुद्ध करना है, लेकिन देश के कर्णधारों को क्या कहें, जो कुर्सी की खातिर हमेशा ऐसी योजनाएँ लाते हैं और मुफ्तखोरी को बढ़ावा देते हैं। चुनाव के दौरान तो मुफ्त की कितनी ही योजनाएँ लाई … Read more

विलक्षण चेतना का पर्याय रहे जाकिर हुसैन और तबला

ललित गर्ग दिल्ली************************************** श्रद्धांजलि… दुनियाभर में शास्त्रीय संगीत में भारत को अलग पहचान दिलाने वाले उस्ताद मशहूर तबला वादक जाकिर हुसैन अब हमारे बीच नहीं रहे। ७३ साल की उम्र में जाकिर हुसैन ने अमेरिका में आखिरी साँस ली। उनके निधन से भारतीय संगीत की लय थम गई, सुर मौन हो गए, भाव शून्य हो … Read more

अब तो न्याय मंदिर से बड़ी अपेक्षा

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** अतुल सुभाष कांड:गंभीर प्रश्न…. बैंगलोर निवासी अतुल सुभाष (कृत्रिम मेधा-अभियंता) का दुखद अंत एक बार फिर हमारे समाज के सामने कई गंभीर प्रश्न खड़े कर रहा है। इस आत्महत्या से विडंबना के साथ यह बड़ा प्रश्न सामने खड़ा हुआ है कि क्या हमारी कानूनी प्रणाली में खामियाँ हैं ?, क्या महिलाओं के … Read more

आधुनिक जीवन-शैली में रिश्तों की सार्थकता

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** वैसे तो इस आधुनिक जीवन-शैली में रिश्तों के मायने लगभग खत्म हो हो गए हैं, क्योंकि आजकल ज्यादातर लोग आभासी दुनिया में जी रहे हैं। हर वक्त सोशल साइट्स से जुड़े रहना, वहाँ नए-नए अनजाने मित्र बनाना, उनके बारे में कुछ न जानते हुए भी अपना मोबाइल नम्बर-पता आदि देना और फिर … Read more

आज भी ‘शोले’ हिंदी सिनेमा इतिहास के स्वर्णिम सफ़र पर…

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ हेट एण्ड टेल सिक्के के २ पहलू होते हैं। कहीं जाना हो या कोई काम करना हो, तो वह टॉस होना भी फिल्म ‘शोले’ का अलग अंदाज ही था। फिल्म की शुरूआत में जो दृश्य फिल्माए गए, वह उस जमाने के सबसे शानदार चलचित्रों में थे। भारतीय हिन्दी सिनेमा की … Read more