स्वीपर!
डोली शाहहैलाकंदी (असम)************************************** शिक्षक समाज का दर्पण… वाशरूम की टंकी देख नरेश करीब सप्ताह भर से स्वीपर मंगीलाल को बुला रहा था। आज अचानक उनको दरवाजे पर देख -“अरे नमस्कार सर, कैसे हैं ?” “जी ठीक हूँ। आप लोग सब कुशल मंगल!“…जी, जी सर।”“…वो वक्त ही नहीं मिल पा रहा था, जिससे आने में थोड़ा … Read more