सब्र करना भी जरूरी है
वंदना जैनमुम्बई(महाराष्ट्र)************************************ सब्र करना भी जरूरी है, जीवन की मजबूरी है,सकारात्मक सोच बिना तो हर आशा अधूरी है। पग-पग शूलों की बिसात और हर रात अंधेरी है,अमावस भी बीतेगी, पूनम से कुछ ही तो दूरी है। व्यथित मन, आहत तन, मूक रहने की मजबूरी है,समय की परत उतरने तक सब्र करना भी जरूरी है। हौसलों … Read more