एक धागे में वचनबद्धता का संसार

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* रक्षाबंधन विशेष......... नहीं खंडित हो कभी,ये भाई-बहन का प्यार,विस्तार तो है अनंत इसका,महिमा भी अपरम्पार।स्नेह-प्रेम का बंधन यह नहीं,केवल एक रक्षासूत्र-बस एक धागे में पिरो दिया,वचनबद्धता का…

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हर दिल में प्यार चाहिए

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* हर दिल में प्यार का कारोबार चाहिये,सबके अंदर मोहब्बत लगातार चाहिये।चाहिये अमन-चैन सकूं की ही बात-हर हक़ का असली ही हक़दार चाहिये॥ कर्तव्य निभायें तभी ही अधिकार…

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अटल विश्वास

डॉ.विद्यासागर कापड़ी ‘सागर’पिथौरागढ़(उत्तराखण्ड)********************************** अटल विश्वास है मुझको,भँवर भी पार कर लूँगा,जीत को मीत मैं कर के,हार की हार कर लूँगा।अगर ठोकर लगेगी तो,सँभालेगा मुझे मोहन-भरूँगा गीत नित नूतन,अधर गुलजार कर…

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यह हिंद की ललकार है

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* ‘मैं और मेरा देश’ स्पर्धा विशेष…….. मैं भगवद गीता का गुणगान हूँ,मैं राम राज्य की खान हूँ।एकसौ पैंतीस करोड़ की शान हूँ मैं-मैं हिन्द भारत देश महान…

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मंजिल

डॉ.विद्यासागर कापड़ी ‘सागर’पिथौरागढ़(उत्तराखण्ड)********************************** हमारे काम होने से,लगन की बात होती है,अगर हम सो गये मन से,वहीं तो रात होती है।राह में सब डराते हैं,सदा ही शूल,पाथर भी-निडर हो बढ़ गये…

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सुमन

डॉ.विद्यासागर कापड़ी ‘सागर’पिथौरागढ़(उत्तराखण्ड)********************************** चुभन थोड़ी सही जिसने,सुमन उसके हुए यारों,सदा ही शुभ्र सपनों के,गगन उसने छुए यारों।लहर से हारकर जो भी,किनारे बैठ जाते हैं-साँस लेते हैं,जिंदा हैं,समझ लो हैं मुए…

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कलम के जादूगर

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* हर कहानी उपन्यास में,सरल सुगम भाषा,'हिंदी उर्दू मिलन' को मिली,थी एक नई आशा।सजीव चित्रण ने बनाया,उन्हें 'कहानी सम्राट'-प्रत्येक पंक्ति में डाले प्राण,हो ख़ुशी या निराशा॥ प्रत्येक पात्र…

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पतवार है़ दोस्ती

ममता तिवारीजांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** खिलती फूल की कली जैसे बहार है दोस्ती,दोपहर चैन भरी नींद का करार है दोस्ती।दोस्त रेशमी भरोसे भरे नाजुक बंधन हैं-अमावस में कतरा-ए-नूर एतबार है दोस्ती॥ भीने महकते…

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भरोसा

डॉ.विद्यासागर कापड़ी ‘सागर’पिथौरागढ़(उत्तराखण्ड)********************************** हिला लो हाथ,पाँवों को,किनारे आ गये समझो,भरोसा हो गया निज पर,सहारे आ गये समझो।सदा मन में भरा हो जब,उछाहों का सरोवर ही-निपातों में बहारों के,नजारे आ गये…

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दोस्ती से ही हर खुशी

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* दोस्त है जिंदगी में तो आँख नम नहीं है,दोस्त साथ तो हर खुशी,कोई गम नहीं है।बारिश में भी जान लेते आँख के आँसू-यह वो पूँजी,जो किसी से…

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