एक धागे में वचनबद्धता का संसार
एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* रक्षाबंधन विशेष......... नहीं खंडित हो कभी,ये भाई-बहन का प्यार,विस्तार तो है अनंत इसका,महिमा भी अपरम्पार।स्नेह-प्रेम का बंधन यह नहीं,केवल एक रक्षासूत्र-बस एक धागे में पिरो दिया,वचनबद्धता का…