कार्तिक पूर्णिमा

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** गंगा तट स्नान ध्यान,करो सब दीप दान,कार्तिक मास पूर्णिमा,तीर्थ कर आइए। बड़ा ही पुनीत पर्व,हर्ष में हैं भक्त सर्व,शिव,विष्णु ध्यान कर,मंगल-गीत गाइए। त्रिपुरासुर राक्षस,बना सबका भक्षक,शिव जी ने किया वध,भोलेनाथ ध्याइए। नानक जन्म-दिवस,प्रथम गुरु बड़े सरस,गुरु ग्रंथ की रचना,तमस हराइए।

ख्याल बुरा नहीं

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन (हिमाचल प्रदेश)***************************************************** मत करो किसी की चिंता,अपनी मस्ती मेंमस्त रहो,किसी से कुछ न कहोख्याल बुरा नहीं। कहाँ बदलेगा जमाना,तुम खुद ही बदल जाओयही मन को समझाओ,ख्याल बुरा नहीं। हम प्यार करते रहे,वे किसी और के हो गएबेवफा को माफ कर दे,ख्याल बुरा नहीं है। माफ कर दो सबको,जिन्होंने गलती की है।जियो … Read more

विश्व विजेता भारतीय बेटियाँ

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* विश्व क्रिकेट के व्योम क्षितिज पर, विजय पताका लहरायी है,बेटियाँ बनी परवाज़ भारती, महिला क्रिकेट जय पायी हैबनी खिलाड़ी भारत बेटी रनों का है अम्बार लगायी,महिला क्रिकेट सुनहर अतीत लिख भारत शान बढ़ायी है। अथक प्रयासों का प्रतिफल शुभ प्रथम बार विजय दिलायी है,गौरवमयी गाथा क्रिकेट जग भारत महिला … Read more

मधुर मिलन

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** मधुर मिलन का शुभ दिन आयानव किसलय उपवन मुस्काया,धरा गगन का क्षितिज मिलन यहमुग्ध नयन किस पथ से आया। मृदु सुकुमार हृदय के सपनेसुधि से सुरभित किसी केअपने,मुग्ध पवन तू ले चल उस पथ धरा गगन जहाँ लगे हैं मिलने। शत वल्लरियाँ नत मस्तक हैंपुष्पों पर मधुकर गुंजन है,इन्द्रधनुष चितवन के ये … Read more

मिले मोक्ष

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* पावन कार्तिक पूर्णिमा, जन्मदिन कार्तिकेय।शिव नंदन गिरिजा तनय, तारकसुर वध धेय॥ कार्तिकेय के नाम पर, रचना कार्तिक मास।विष्णु नारायण रूप में, करे शयन जलवास॥ देव उठनी मास यह, एकादशी महान।तुलसी वैवाहिक दिवस, मिले मोक्ष वरदान॥ पावन गंगाजल सरित, जो करे भक्ति स्नान।मिटे रोग मन शोक सब, मिले सुखद सम्मान॥ … Read more

ठहरता नहीं वक़्त

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ वक़्त चल रहा अपनी चाल,हर समय हर प्रहर हर घड़ीउसने चलना ही सिखाया हमें,क्योंकि वक़्त ठहरता नहीं किसी के लिए। संसार की इस जीवित सोच को,इंसान कभी नहीं देखता हैअगर वह नहीं चलेगा वक़्त के साथ,तो खत्म हो जाएगा सब कुछक्योंकि वक्त ठहरता नहीं किसी के लिए। ज़िन्दगी के इन … Read more

अंदर से खाली क्यों ?

बबीता प्रजापति झाँसी (उत्तरप्रदेश)****************************************** खुश बाहर से हो,अंदर से क्यों खाली ?क्या तुमने भी भाग-भाग कर,जीवन की दौड़ लगा ली…। ये अंतस की वेदना,और दु:ख सारे सहनाक्या विजय खुद पर पा ली!यदि नहीं तोचहुँ ओर देखो,सूखे वृक्ष पर छाई पुनः हरियाली…। स्थाई क्या रहा है जीवन में,मुरझाए फूल खिले उपवन मेंदु:ख आया फिर सुख आएगा,जीवन की … Read more

खिलखिलाती वादियाँ

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** चल पड़ी चुपचाप सन-सन-सन हवाडालियों को यों चिढ़ाने-सी लगी,आँख की पुतली अरे खोलो जराहिल कली को यों जगाने-सी लगी। पत्तियों ने चुटकियाँ झट दी बजाडालियाँ कुछ डुलमुलाने-सी लगी,किस परम आनंद-निधि के चरण पर,विश्व साँसें गीत गाने सी लगीं। जग उठा तरु-वृंद सुन यह घोषणा,रश्मियाँ कुछ झिलमिलाने-सी लगीं।हो रहे जीवंत सारे चर-अचर,वादियाँ अब … Read more

वृद्धाश्रम… ५० करोड़…

पद्मा अग्रवालबैंगलोर (कर्नाटक)************************************ ट्रि.ट्रि.ट्रि…“अरे, सुयश आज इतने दिनों बाद मेरी याद कैसे आ गई ?’सौम्या कैसी हो तुम ?’’“मैं तो ठीक हूँ, सीधे-सीधे काम की बात करो।‘’“एक प्लान है, उसके लिए मुझे तुम्हारी मदद की जरूरत है।‘’“साफ-साफ बोलो, भूमिका न बनाओ।‘’“मेरे पास एक बिल्डर आया था। वह अपनी कोठी और बगीचे को तोड़ कर उस … Read more

भक्ति भाव

प्रीति तिवारी कश्मीरा ‘वंदना शिवदासी’सहारनपुर (उप्र)************************************************** मत बन तू छलनी के जैसा सार बहा दे‌ असार धर,जैसे दुर्जन गुण को त्यागें अवगुण राखें संभार कर। सांचे भक्त हों सूप के जैसे कूड़ा बाहर सार अंदर,माया कूड़ा सार प्रभु जी प्रभु गुण गाऐं पुकार कर। जो भी मुक्त न होना चाहें माया-मोह के बंधन से,आसक्ति संसार … Read more