महकाती आँगन

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर (मध्यप्रदेश)****************************************** नारी से नारायणी (महिला दिवस विशेष)…. संसार ‘नारी’,महकाती आँगनहै अनुपम। ‘नारी’ से जग,हर ख़ुशी त्योहारघर श्रृंगार। ‘नारी’ ममता,नारायणी है नारीहै समर्पण। ‘नारी’ रूप माँ,बहन-सुता-वधूमूर्त निःस्वार्थ। ‘नारी’ है प्रेम,सुकून का आँचलअति दुर्लभ। ‘नारी’ है शक्ति,संभाले सब-कुछवात्सल्य मूर्ति। ‘नारी’ सर्वत्र,प्रतिष्ठा दो कुल कीबन कल्याणी। ‘नारी’ बिन क्या,महिला जग धुरीतत्व अस्तित्व। ‘नारी’ है मान,बचाना … Read more

देना हमें विवेक

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** हे ‘सरस्वती’,मिले विद्या का दानबनें साक्षर। माँ ‘वाणीश्वरी’,मिले सबको खुशीदे ऐसा वर। ‘वीणावादिनी’,मानव अधिकारसभ्य जीवन। माता ‘शारदा’,अक्षर वरदानतुमसे मिले। तुम ‘वाग्देवी’,तुम ही सरस्वतीतुम शारदा। हे ‘बुद्धिदात्री’,अक्षर अमृत मिलेबनाओ ज्ञानी। आप ‘विदुषी’,देना हमें विवेकबनें सफल। अक्षर बोधदिखाए हमें लक्ष्यभाग्य स्वर्णिम। हे माँ ‘भारती’,जगमगाए देशसदा उत्सव। ‘हंसवाहिनी’,धैर्य, शील औ’ शांतिदें आशीर्वाद॥

भव्य गणतंत्र हमारा

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** भव्य निरालागणतंत्र हमारागर्व करिए। राष्ट्र से जनसदा देश प्रथमगर्व करिए। नया सबेराछब्बीस जनवरीमन प्रसन्न। है खुशहालीयूँ बनकर शक्तिमिले हैं आज। पावन पर्वगणतंत्र दिवसबजाओ ढोल। स्वतंत्र हमउत्तम संविधानविश्व मानता। प्रतिभावानसभ्य संस्कृति मूल्यख्याति महान। हम दीवानेप्रखर गणतंत्रप्रबल हम। पाकर स्नेहप्रेम हमेशा देतेदोस्ती कीजिए। मन से मनसदा ही की मददपुण्य लीजिए। आदर्श-रक्षानींव है भारत कीहै … Read more

नया सबेरा, करें संकल्प

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** नया सबेराउम्मीदों की किरणेंकरें संकल्प। कुछ सपनेसभी पूरे करनासब अपने। नव वर्ष मेंहर इच्छा हो पूरीअभिनन्दन। मिल के करेंऐसी दिशा में कामहो पहचान। रखना आशाउजाला ही आएगामिटेगा तम। नयी उम्मीदेंसभ्यता-संस्कृति होनियम पालें। करें संकल्पदेशहित प्रथमस्वार्थ छोड़ेंगे। करेंगे भलाचलेंगे ऐसी राहहोगी प्रगति। भटकें नहींसबको मिले खुशीयही प्रार्थना। सुख-संपत्तिसादगी ही सौंदर्यहो सफलता। मिले सम्मानकरेंगे … Read more

अप्रतिम नेता

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** जन्मदिन विशेष (२५ दिसम्बर)… रहे अटलये अप्रतिम नेताहुए प्रसिद्ध। अजातशत्रुथे अटल बिहारीथे प्रतिबद्ध। सीख सबकोकरो स्वच्छ सरकारवाजपेयी जी । काव्य कौशलउदार मन तुमबोलते सच। राजनीतिज्ञपाया ‘भारत रत्न’उच्च विचार। सदा अमलईमानदारी पथहो सुशासन। लोभ से दूरकिए काम बहुतबढ़ते रहे। प्रधानमंत्रीरहा योग्य नेतृत्वथे जिम्मेदार। प्रथम देशनहीं कोई दुश्मनधूल चटाई। रहे बेदागसबने माना लोहाहैं स्मरणीय॥

मंजिल हमें पाना है

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ****************************************** मिला है भाग्य से मानव जीवन,इसे सत्कर्मों से सार्थक बनाना हैचल पड़े हैं जीवन पथ पर,चलना बस चलते जाना है। सफ़र है हमारा कठिन,पर आगे तो हमें जाना हैराहें है बहुत ही मुश्किल,पर मंजिल हमें पाना है। सुविधाओं से शक्ति पाकर,कंटकों को साथी बनाकरनाम हरि का लेते जाना है,बढ़ना, बस … Read more

शेर था पंजाब का

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** भगत सिंहशेर था पंजाब काक्रांति साँस थी। तोड़ी जंजीरथी आज़ादी की प्यासहुआ शहीद। देश ही चाहचढ़ा हँसते फाँसीदे दी कुर्बानी। हमें सिखायालड़ो वतन वास्तेहोगे स्वतंत्र। निर्भीक वीरदेश ही अभिलाषाकी सच्ची सेवा। देखा सपनास्वतंत्र भारत काबाँध कफ़न । होता आह्वानहर दिल में यहीवाकई वीर। वीर महानथे न्यौछावर प्राणसादा इंसान। बनना होगाफिर हमें देश … Read more

लता थी सुरमाला

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** लता मंगेशकर विशेष (२८ सितम्बर १९२९-६ फरवरी २०२२)… स्वर की देवीलता थी सुरमालाजीवन-गीत। संगीत प्राणयूँ गीत में बहतीहो गंगा धाम। कंठ स्वामिनीमनमोहक स्वरधुनों की शान। राग बुनतीछेड़ती जब गीतलगे मधुर। राग-रागिनीअनुपम है भेंटसुर संसार॥

बस धागा नहीं ये रिश्ता

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** रक्षाबंधनभाई-बहन पर्वसजी कलाई। प्रेम-सुरक्षासमझो नहीं धागारिश्ता मन का। तुम्हारी राखीहोती आशीष भरीमेरी बहना। हर धागे मेंहै अनमोल प्रेमभाई बहन। है कच्चा सूतबंधे जो इक बारहै मजबूत। हो जो बहनाअनुबंध अनोखारिश्ता गहना। बिन बहनकलाई होती सूनीसमझो मान। पर्व प्रतीक्षापूजे अपना भाईनिभाती रिश्ता। बहनें लेतीसदा बलैया मेरीदेती दुआएँ। मांगें वचनमदद करें भाईरखना मान। द्रौपदी … Read more

प्रखर शख्सि़यत

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* मुंशी जी:कथा संवेदना के पितामह (प्रेमचंद जी विशेष)… कथा सम्राटशख्सि़यत महानथे प्रेमचंद। जन्मे लमहीशख्सि़यत का नामथा धनपत। उर्दू, फा़रसीशख्सि़यत की शिक्षाथा रोजगार। गोरखपुरगौरव शख्सि़यतहै इतिहास। अमर कथाशख्सि़यत साहित्य‘सोजे़ वतन।’ उपन्यास भीशख्सि़यत समझेजागृत भाव। संवेदनाओं कीशख्सि़यत हैं लिखेकथा अनेक। पैनी थी धारशख्सि़यत लिखतेभूख गरीबी। ‘पूस की रात’शख्सि़यत दिखातेकिसान पीडा़। ‘गोदान’ रचाशख्सि़यत … Read more