तिरंगा हमारी पहचान
हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ स्वतंत्रता दिवस विशेष... तिरंगा हमारा स्वाभिमान है,हम भारतीयों का अभिमान हैइसकी शान कम होने ना पाए,यह हमारा तिरंगा हमारी पहचान है। इसके लिए लाखों क़ुर्बान…
हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ स्वतंत्रता दिवस विशेष... तिरंगा हमारा स्वाभिमान है,हम भारतीयों का अभिमान हैइसकी शान कम होने ना पाए,यह हमारा तिरंगा हमारी पहचान है। इसके लिए लाखों क़ुर्बान…
डॉ. मुकेश ‘असीमित’गंगापुर सिटी (राजस्थान)******************************************** बरसात की धीमे से गिरती बूँदें,मानो धरती को एक प्रेम पत्र लिखा जा रहा हो। मैं और तुम, इस अमृतमयी प्रभात के साक्षी,जहां हर बूँद…
दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* ऐ लेखनी, तू ही बता मैं क्या लिखूं ?तुझसे लिखूं मैं या तुझ पर लिखूं!प्रेम में डूबी कोई भी कहानी लिखूं,आँसू में डूबी दर्द…
श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* कौन है वह, रोज-रोज झाँकता है,मेरे दिल के झरोखे में आकरबुलाऊँ उसे, तब भाग जाता है,छुप जाता है कहीं जाकर। कहता है पूर्वजन्म का मित्र हूँ…
डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)***************************************************** मुंशी जी:कथा संवेदना के पितामह... संवेदनशील लेखक और,सुधी सम्पादक थेसचेत नागरिक और,कुशल वक्ता थे। भारत के उपन्यास,सम्राट कहलाते थेउच्च विचार परंतु,सादा जीवन अपनाते थे। 'पंच…
संजय सिंह ‘चन्दन’धनबाद (झारखंड )******************************** स्वतंत्रता दिवस विशेष... मेरे वतन, मेरे चमन, ऐ मेरे प्यारे वतन,कम न हो तेरी चमक, कर रहा मैं ऐसा यतनसरफरोशी की तमन्ना साथ हो,…
डॉ. कुमारी कुन्दनपटना(बिहार)****************************** मुंशी जी:कथा संवेदना के पितामह... पिता थे मुंशी अजायब लाल,आनन्दी देवी माँ का नाम३१ जुलाई जन्म धनपत का,धन्य हो गया लमही ग्राम। बड़ा शौक था पढ़ने का,कलम…
कुमकुम कुमारी ‘काव्याकृति’मुंगेर (बिहार)********************************************** स्वतंत्रता दिवस विशेष... शहीदों की कहानी,सुनो मेरी जुबानीदेश की खातिर जिसने,देदी अपनी जिंदगानी।आओ बच्चों तुम्हें सुनाएं,उनकी अमर कहानी॥शहीदों की… संघर्षों से नहीं जिसने,कभी किनारा किया थाइन्कलाब…
संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर(मध्यप्रदेश)**************************************** मुंशी जी-कथा संवेदना के पितामह... ऐसे लेखक के लिए ईश्वर से,वरदान मांगना चाहिएसाहित्य को श्रेष्ठता प्रदान हो,वर्तमान साहित्य हालातों कोदेखते हुए कलयुग में,इंसानों कोमुंशी प्रेमचंद जी के…
ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)******************************************* न होना बेईमान, सैनिक हमारी जान,इनका तुम सदा करना सम्मान…। परदे का अभिनेता नहीं, वास्तविक नायक यही,देश की शान हमारे जवान…। शत्रु के लिए महाकाल, चलते सिंह…