परीक्षाओं का घोटाला

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ भविष्य के यह सिरमौर,युवा भारत के भाग्य विधाताआज किस असमंजस में घिरा हुआ है,शिक्षा जगत में परीक्षाओं का घोटाला। भ्रष्ट तंत्र के शिकंजों में फंसा…

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कौन किसी का दीप जलाए!

कपिल देव अग्रवालबड़ौदा (गुजरात)************************************* अपनी अपनी धुन है सबको,कौन किसी का साथ निभाए ?अपना-अपना सिर कांधे पर,कौन किसी का बोझ उठाए ? बोझ उठाए! ताश महल पर बैठा ज्ञानी,वेद, पुराण,…

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छोड़ चिंता जरा मुस्कुराइए

राजबाला शर्मा ‘दीप’अजमेर(राजस्थान)******************************************* कल किसने देखा है हँसिए, हँसाईए,बात आज की करके गुनगुनाइएआओ बैठो भूल जाएँ बात पुरानी,छोड़ कर चिंता जरा मुस्कुराइए। है निराशा से भरा जीवन सही,श्रेष्ठ कर्म हम…

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आपकी विरासत

मीरा सिंह ‘मीरा’बक्सर (बिहार)******************************* साहस शौर्य औरपराक्रम के प्रतीक,जीवन से भरपूरबलिष्ठ कंधे पर बैठकर,मुझे दुनिया केसर्वोच्च शिखर पर,आसीन होने कागौरव हासिल था। आपको देखकरथके-माँदे कदमों को,हौंसला मिल जाता थाचेहरे पर…

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अब न आ सकूंगा बेटी

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर(मध्यप्रदेश)**************************************** अब न आ सकूंगा मेरी बेटी,मगर अब भीआँखे निहारती राहों को,याद आने परछलक जाते आँसू,दहलीज पर आवाज लगातीपिता की आवाज-'बेटी',अब न आ सकीपिता की राह निहारने के…

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खुशियों का संजोग ‘योग’

डॉ. श्राबनी चक्रवर्तीबिलासपुर (छतीसगढ़)************************************************* हर दिन करो योग,भाग जाएंगे सब रोगबढ़ेगा मनोयोग,होगा खुशियों का संजोग। काया और अंतर मन को रखे निरोग,नित्य सुबह उठकर जब हम करेंगे योगनिर्मल कर दे…

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जय भारत माँ

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)************************************** जय भारत माँ पूजित ये नाम,मैं नत मस्तक करती प्रणाम। पुरुष पुरातन नवल शिष्ट,सैनिक शोभित कर्तव्य-निष्ठआराधित पूजित श्री ललाम,मैं नत मस्तक करती प्रणाम…। हिम-मुकुट सुशोभित तेज़ धार,गल…

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मेरी खुशियाँ मेरे पिता

ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*************************************** उनकी साँसों से मेरी खुशियाँ (पिता दिवस विशेष)... मेरे पिता दिल के बड़े अमीर हैं,जो कहते हैं करके दिखाते हैंचाहे कितनी भी आ जाए तकलीफ,वो बिल्कुल भी…

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‘पिता’ भगवान

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* उनकी साँसों से मेरी खुशियाँ (पिता दिवस विशेष)... आनंदित कुल पूत पिता पा, की समर्पित जान सदा है,पिता त्याग सुख शान्ति जिंदगी, पूरण सुत…

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अपने बिछड़ गए

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ अपने बिछड़ गए, सपने टूट गए,सोचा था वह सहारा बनेंगेपर, बीच राह में वह हमें अकेला छोड़ गएअपने बिछड़ गए, सपने टूट गए। क्या-क्या ख्वाब…

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