वो ‘पिता’ दर्द पीता है

दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* जो पीता है,वो 'पिता' हैकोई बता सकता है ?क्यों पीता है ?क्या पीता है ?,मगर पीता हैतभी तो पिता है। सारे परिवार का,दर्द पीता…

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क्या-क्या बताऊँ बंजारे

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* एक तुम्हीं तो हो बंजारे,जैसे तारों में चन्दा प्यारेनहीं चैन से तुम रहते हो,न मुझे भी रहने देते हो। क्या कसूर था वो बतातेतेरे लिए नहीं…

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पूरी सदियाँ मैं जी आई

डॉ. श्राबनी चक्रवर्तीबिलासपुर (छतीसगढ़)************************************************* इन छुट्टियों में,घर जाने का मज़ाकुछ अलग ही था,इस एक महीने मेंपूरी सदियाँ मैं जी आई। दोस्तों की सुहानी महफ़िल जमा,प्रीत की डोर अटूट हुईरिश्ते-नाते भी…

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पापा जी

मीरा सिंह ‘मीरा’बक्सर (बिहार)******************************* उनकी साँसों से मेरी खुशियाँ (पिता दिवस विशेष)... बहुत प्यार से समझाते थे,बातें अपनी पापा जीअगर शिकायत होती मुझसे,डाँट पिलाते पापा जी। अच्छा क्या है और…

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हर मुश्किल का हल थे पापा

डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’इन्दौर (मध्यप्रदेश )******************************************* उनकी साँसों से मेरी खुशियाँ (पिता दिवस विशेष)... हर मुश्किल का हल थे पापा,मेरा अंतर्बल थे पापा। दीपक सम जलते थे पापा,एक सुनहरा कल थे…

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पिता अब दूर चले गए

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर(मध्यप्रदेश)**************************************** उनकी साँसों से मेरी खुशियाँ (पिता दिवस विशेष)... उनकी साँसों से मेरी खुशियाँ,क्योंकि पिता का हाथ मेरे सिर पर जो हैपिता उंगली पकड़ के,ले जाते स्कूलमेरे थकने…

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मत काटो श्वाँसों की डोर

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* सब 'धरा' रह जाएगा (पर्यावरण दिवस विशेष)... जीवन दाता पेड़ काट मत,यदि जीवन स्वयं बचाना हैतजो लोभ धन वैभव चाहत,बस सभी धरा रह जाना…

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जब तक पिता रहे जीवन में…

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** उनकी साँसों से मेरी खुशियाँ (पिता दिवस विशेष)... दु:ख किसको कहते जीवन में, कभी समझ न पाया,जब तक पिता रहे जीवन में, पड़ा न दु:ख का सायाकिसको…

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साथ तुम्हारा

कमलेश वर्मा ‘कोमल’अलवर (राजस्थान)************************************* जिंदगी आसान हो जाती है जब साथ तुम्हारा पाते हैं,सब खुशियाँ छा जाती हैं जब वक्त तुम्हारा पाते हैं। उतार-चढ़ाव आते रहते हैं इस जीवन में,कहीं…

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साहस-जवानी का दौर

कपिल देव अग्रवालबड़ौदा (गुजरात)************************************* अगर शाख सूखी मेरी जिन्दगी की,मैं माली से उसका चमन छीन लूंगामेरा दिल नहीं है ये वीरां के काबिल,मैं बढ़ कर गुलों से बहार छीन लूंगा।…

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