गंगाजल पिला देना

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* देवन्ती नतमस्तक है प्रभु की रीत को,श्रीकृष्ण जी की बनाई प्रेम प्रीत को। अपनों से मिलना और बिछड़ जाना,जब-जब याद आए तो, आँसू बहाना। जा री…

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ग्रह की कुदृष्टि

डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’इन्दौर (मध्यप्रदेश )******************************************* नयन पट पर तैर आए,अश्रु बिंदु वेदना के। पीर की ओढ़े चदरिया,दृष्टि अब पहचान लेतीगर्दिशों में हैं सितारे,यह भी वह तो मान लेती। कौन से…

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हे तथागत बुद्ध

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* बुद्ध पूर्णिमा- (२३ मई) विशेष... दर्शन की सीमा विस्तृत है,सबसे बहुत सीमित हैशायद सजा हृदय चिंतन को!प्रगति पर परीक्षाओं बिनमनुष्य नहीं चल पाएगा,क्षणभंगुर भावुक होता…

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धड़कन ही जीवन

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ हर एक पल तू मेरे साथ चलती है,तुम जिन्दगी भी तुम मेरी खुशी भी होतेरे बिना मैं अधूरा हूँ,मेरे बिना तू अधूरी हैक्योंकि, धड़कन ही…

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भ्रष्टाचार के सपोले

हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)***************************************** पार्टियों में बिक रही हैं टिकटें देखो,जनता का बिकता है सस्ते में वोटलोकतंत्र के पाक दामन में लगती है,देखो भ्रष्टाचार के हथौड़े की चोट। भारत माँ…

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सुख संसार मिटाया

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** जाने-अनजाने जीवन में ऐसा भी हो जाता है,जो जीवन की सारी खुशियों को चौपट कर जाता हैकभी किसी अहित न चाहा, हमने जाने-अनजाने,शाम-सवेरे छेड़ा करते थे, सुख…

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रिश्तों को निभाना भूल गए

डॉ. श्राबनी चक्रवर्तीबिलासपुर (छतीसगढ़)************************************************* रिश्तों को निभाना,लोग भूल गए हैंमतलब निकल जाने के बाद,रिश्तों को ताक पर रखकरबेपरवाह घूम रहे हैं। रिश्तों में न्यास घट रहा है,अपने ही लोग धोखा…

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खोली मन की आलमारी

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)************************************** आज मैंने बहुत दिन बाद,खोली मन की आलमारीन जाने कब से जमा हुई,कचरे जैसी वो सोच थी हमारी। बसाए थी मन में अपने,सोच-सोच होती रहती थी दुखीआज…

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सालगिरह- उपहार

ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*************************************** "सुनो ! आज तुम जल्दी घर आ जाना। आज हमारी शादी की सालगिरह है। बच्चे कह रहे थे मम्मी आज बाहर खाना खाने चलेंगे।" सुनैना ने झिझकते…

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रफा-दफा

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** आगजनी और लूटपाट कर सारे हो गए रफा-दफा,क्या कारण था आगजनी का, क्यों थे इतने खफा-खफा ?जाँच पड़ताल हुई तो जाना, अवैद्य कब्जा किया हुआजहाँ झोपड़ी, वहीं…

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