इरादों से ऊँची कोई चट्टान नहीं

कमलेश वर्मा ‘कोमल’अलवर (राजस्थान)************************************* चल दिए हैं नयी मंज़िल की ओर,नये सफर की ओर, नयी डगर की ओर। माना कि मंज़िल अभी दूर है,पर हौसले हों बुलंद तो कुछ भी…

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स्वागत में हर्ष

संजय सिंह ‘चन्दन’धनबाद (झारखंड )******************************** शुक्ल पक्ष के चैत्र से आया है नववर्ष,स्वागत में हिंदू जगे दिल में लेकर हर्षनवरात्र जगदम्बे आराधना देता नव उत्कर्ष,हर घर भगवा ध्वज लगे अद्भुत…

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हाँ, मैं कर्ण…

सीमा जैन ‘निसर्ग’खड़गपुर (प.बंगाल)********************************* क्षत्रिय कुल का अंश था,तेजस्वी सूर्य का वंश थासंयोग से कोख में आ गया,हाँ, मैं कुंती पुत्र कर्ण था। कुल की लाज बचाने को,पितृ का नाम…

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रणवीरों की होलियाँ

पी.यादव ‘ओज’झारसुगुड़ा (ओडिशा)********************************************** रंग बरसे…(होली विशेष)... रंगों की होली से ना हो चूर ऐ दुनिया,देख सरहद पर लाल-रंग कैसे बिखरा पड़ा हैजश्न-ए-रंग की खुमारी से तू बाज आ,देख! सरहद की…

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मैं रंग जाऊँ तेरे रंग में

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* मैं रंग जाऊँ तेरे रंग में फागुन रंगोली साथ में,मैं सजनी दिलबाग फाग में रंगीले हमदम हाथ में। आज हुई समरस जीवन में, आलिंगन…

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हर रंग में कुछ बात है

डॉ. श्राबनी चक्रवर्तीबिलासपुर (छतीसगढ़)************************************************* खुशी के रंग,दु:ख के रंगप्रीत का रंग,विरह का रंग। मिलने का रंग,बिछड़ने का रंगदिन का रंग,रात का रंग। हँसी का रंग,अश्कों का रंगजीवन का रंग,संगीत का…

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तो समझो होली है…

संजय सिंह ‘चन्दन’धनबाद (झारखंड )******************************** रंग बरसे…(होली विशेष).... जब उड़े रंग गुलाल, मचे धमाल तो समझो होली है,जब आए अपनों में अनुराग तो समझो होली हैजब दिखे हुड़दंगी जमात तो…

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उड़ो और उड़ो

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** नारी से नारायणी (महिला दिवस विशेष)... तुम उड़ो और उड़ो,थोड़ा और उड़ो…वापस धरा पर ही आना,यह बात याद रखना। उड़ती हुई पतंग की,डोर सदा अपने हाथ में…सम्भाल…

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बरसाओ रंग मृदुल हिलोर

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* रंग बरसे… (होली विशेष)... सुनो-सुनो बंसरी का शाेर,नाच उठा मन माेर। सुखमय आया है सबेरा,बाजे देखो ढोल-मंजीरागीतों से गूँजें जग प्यारा,होली खेले आज कबीरा।सुनो-सुनो बंसरी…

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फागुन लेके आ गया

राजबाला शर्मा ‘दीप’अजमेर(राजस्थान)******************************************* रंग बरसे… (होली विशेष)... गली-मोहल्ले छा रही,रंगों की बौछारफागुन लेके आ गया,मस्ती का त्योहार। नर-नारी भीगे सभी,मचा रहे हुड़दंग।एक-दूजे को मल रहे,अबीर-गुलाल रंग।नैनों से बरसा रहे,मादक रस…

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