शिव विवाह की धूम

मीरा सिंह ‘मीरा’बक्सर (बिहार)******************************* महाशिवरात्रि विशेष... भोले बाबा सज-धज आएकरके बैल सवारी,दर्शन के अभिलाषी नैनापुलकित सब नर-नारी। डम-डम डमरू बोल रहा हैगूँज रहा जयकारा,जय शिव भोले बम-बम भोलेनाम जगत में…

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मैं कठपुतली श्री शिव की

प्रीति तिवारी कश्मीरा ‘वंदना शिवदासी’सहारनपुर (उप्र)********************************** महाशिवरात्रि विशेष... मैं कठपुतली श्री शिव की बस,नाचूं श्री शिव के हाथ।कितनी डोर खींचे जग-ज़ालिम,डोर सौंपूं मैं दीनानाथ॥ रे मन तू गा प्राण दें…

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होरी खेलन आओ उमाधर

संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)****************************** महाशिवरात्रि विशेष.... ओ! फागुन के फकीर भोले शिव शम्भो कैलाशपति,रंगों के रचयिता रंग-रंगीले, रमा रमणीय विश्वाधिपतिआओ कैलाश गुफा से निकलकर फागुन में भर दो रंग,होरी खेलन…

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शिवाला गए हैं शिवा के पुजारी

डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’इन्दौर (मध्यप्रदेश )******************************************* महाशिवरात्रि विशेष... शिवाला गये हैं शिवा के पुजारी,वहाँ जा करें साधना वो तुम्हारी। करेंगे हमारे सभी कार्य भोले,दया का सदा ही रहे द्वार खोलें। हमारी…

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विश्व के तात-मात शिव शक्ति

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* महाशिवरात्रि विशेष... गाइए महेश नित्य, विश्व के हैं तात-मात,शीश चंद्र गंगा धारा, ध्यान से पुकारिए। कैलाश निवास करें, प्रभु जन ताप हरें,कंठ में भुजंग हार,…

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बेबसी-कसक

सीमा जैन ‘निसर्ग’खड़गपुर (प.बंगाल)********************************* रह-रह कर उठती-गिरती,फिर अंग-अंग चुभ जाती हैबेबसी के द्वार पर ठहरी,कसक जब जाग जाती है। मसोस कर दिल को मेरे,पलकों से बह जाती हैदर्द की बेदर्द…

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अजनबी संग न जाना

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)******************************************* एक थी प्यारी नन्हीं लड़की,नाम भी सुंदर था 'सोनझरी'लाड़ली थी मम्मी-पापा की,वह लगती आँख से नीलपरी। बाल थे उसके बडे विचित्र,रेशमी सुनहरी लम्बे घनेभूमि छू के सोना…

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क्यों ?

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** क्यों डराते हो अँधेरे को अँधेरे के लिए,उन्हें पता ये है चिराग़ रोशनी के लिए। नहीं रुकता है सुनो काम किसी के लिए,चलते रहना ही है ज़रूरी…

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था बड़ा खास

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर (मध्यप्रदेश)****************************************** आम-सा था वो,पर था बड़ा खास…उससे मिलना हुआ ऐसे,सावन बरसे अचानक जैसे…। उसकी सादगी, अपनापन,भूलता नहीं आज भी मन…ऐसे ही ताड़ते रहे उसे,कोई अपना हो जैसे।…

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सुबह के इंतजार में…

कमलेश वर्मा ‘कोमल’अलवर (राजस्थान)************************************* यूँ ही गुजर जाती है रात,सुबह होने के इंतजार मेंपता ही न चलता बीत जाती है रात,अक्सर सुबह होने के इंतजार में। उलझनें बहुत है ज़िंदगी…

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