जादूगरनी है माया

राजबाला शर्मा ‘दीप’अजमेर(राजस्थान)******************************************* सारा जग माया का डेरा,मन को भ्रमित करती हैमाया के वशीभूत है नर,ये जादूगरनी-सी लगती है। मोह-जाल में इसके रमते,सत-असत नहीं समझते जी-जंजाल में सब फँसते,रूप हजारों…

Comments Off on जादूगरनी है माया

यादें और जीवन

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* बिन यादों के पल न गुजरता, जीवन बीत गया,यादों ने ही हर पल रोका, जीवन बीत गया। तुमने यादें दी थीं, हमने यादें रख लीं,यादों…

Comments Off on यादें और जीवन

काश! लग जाती मुहब्बत के नशे की लत

हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)***************************************** तमन्ना के तराजू में, रिश्तों का राशन कभी तोला नहीं करतेगैरों की महफिल में, अपनों के राज कभी खोला नहीं करतेक्योंकि, यहाँ हर दीवार के पीछे…

Comments Off on काश! लग जाती मुहब्बत के नशे की लत

पुष्प वाटिका

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** लछिमन के संग श्री राम पहुँचे,थी जहाँ पर वाटिकासंग स्थित के पहुँचीं सिया भी,गौरी पूजन को वहाँ। नूपुर की ध्वनि सुन मधुर,छिप गये शीघ्र लतिका बीच वेसौंदर्य…

Comments Off on पुष्प वाटिका

साल बदल गया

बबीता प्रजापति झाँसी (उत्तरप्रदेश)****************************************** नया सवेरा, नयी आशाएं, नए संकल्प... तारीख बदल गई,साल बदल गयावक़्त भी क्या,कमाल गुज़र गया। शुक्रिया रब का,कई नेमतें अता कीमुश्किलातों का दौर भी,फिलहाल बदल गया। नई…

Comments Off on साल बदल गया

मैं स्त्री हूँ…

पद्मा अग्रवालबैंगलोर (कर्नाटक)************************************ मैं स्त्री हूँ,जग की जननी हूँसृष्टिकर्ता हूँ,परंतु विडम्बना देखो…अपनी ही रचना,'पुरुषों' के हाथोंसदा से छली जाती रही हूँ,मेरी अस्मिता से खेलता हैरौंदता है… मसलता है…,अस्तित्व को नकार…

Comments Off on मैं स्त्री हूँ…

नवीन सृजन करो

कुमकुम कुमारी ‘काव्याकृति’मुंगेर (बिहार)********************************************** त्याग कर व्यग्रता को अब तुम,मनन करना शुरु करोकठिन परीक्षा अभी बहुत है,मन को तुम धीर करो,खोल कर ईक्षण को अपने,आप का दर्शन करोदिए थे जो…

Comments Off on नवीन सृजन करो

हँसते-हँसते दुनिया छोड़ चले

संजय सिंह ‘चन्दन’धनबाद (झारखंड )******************************** हँसते-हँसते ये दुनिया छोड़ चले,अपना भी सब कुछ वे छोड़ चलेरिश्ते-नाते, इत्र-मित्र भी छोड़ चले,दिल की बातें, अपनी यादें छोड़ गए। गहरे रिश्ते, प्यारी बातें…

Comments Off on हँसते-हँसते दुनिया छोड़ चले

ऐसा हिंदुस्तान बनाएं

राजबाला शर्मा ‘दीप’अजमेर(राजस्थान)******************************************* नया सवेरा, नई आशाएं, नए संकल्प... नए साल के संकल्पों से,आशाओं के सृजन रचाएंमन में स्वाभिमान जगाएं,सद्भावों के दीप जलाएं। एक नई शुरूआत करें हम,शांति का लहराए…

Comments Off on ऐसा हिंदुस्तान बनाएं

हमारे प्राण ‘राम’

संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)*************************************** राम हमारे भारत वासियों के प्राण हैं,राम हमारी राष्ट्रीय एकता के निशान हैंराम हमारी निजता के प्रमाण हैं,राम हर भारतवासी की आन-बान और शान हैं।राम रिसे…

Comments Off on हमारे प्राण ‘राम’