झम-झम सावन
सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** झम-झम सावन,बरसे आँगनहर्षित चेतन,सुरभित उपवन। प्रभु का शासन,कितना पावनपानी छन-छन,सुख सम्मोहन। झूलें सब जन,करते गायनबादल गर्जन,उर में कम्पन। हैं मोर मगन,करते नर्तनपुलकित जीवन,हो परिवर्तन। शोभित यौवन,लज्जित आननअलकें…