प्रकृति का सौंदर्य

कमलेश वर्मा ‘कोमल’अलवर (राजस्थान)************************************* प्रकृति की छटा है बहुत निराली,कितनी सुंदर कितनी मतवाली। चहुं ओर दिशा में हरियाली ही हरियाली,सबके मन को पावन करने वाली। हरे भरे पेड़ सबके मन…

Comments Off on प्रकृति का सौंदर्य

डूबने का दर्द

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर(मध्यप्रदेश)**************************************** पेन यदि गुम हो जाए,मन बेचैन हो जाता हैआमदनी कई गुना हो,और सोच कि दूसरा खरीद लेंगेमगर अपनापन,तो अपनापन ही रहता। कितने शब्द तराशे,कितना ही लेखा-जोखा लिखाता-उम्र…

Comments Off on डूबने का दर्द

मेरे घनश्याम

डॉ. संजीदा खानम ‘शाहीन’जोधपुर (राजस्थान)************************************** कृष्ण कान्हा आए द्वार,धरती का करने श्रृंगारकृष्ण, कर्मवीर श्याम मुरलीधर,घुन्घराले बाल मुरली मनोहर। मेरे घनश्याम जगधारी गोपाल,बंसी बजैय्या कान्हा जीगोपियों संग नृत्य पालनहारी,उद्धारक किसना जी…

Comments Off on मेरे घनश्याम

तुम्हीं गोविंद, तुम्हीं राधा

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* रूप गुण कान्हा कैसे गाऊँ, हे राधेकृष्ण गिरधारी,माता यशोदा के लल्ला करें छुप छुप माखन‌ चोरी। बाँसुरी बजावे मोहित करते धेनु चरावे प्रभु गोपाला,धुन सुन…

Comments Off on तुम्हीं गोविंद, तुम्हीं राधा

अब चक्र उठाओ हे चक्रधारी

दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* क्षीर सागर निवासी, विष्णु चक्रधारी,कमलनयन, लक्ष्मीकांत, पीतांबरधारीब्रह्माजी जिनको नित स्मरण हैं करते,याद करते उन्हें कैलाशपति त्रिपुरारी। सहस्त्र नामधारी हैं, हमारे चक्रधारी,कहलाते हैं वही श्री…

Comments Off on अब चक्र उठाओ हे चक्रधारी

बधाई, जन्में हैं कृष्ण कन्हाई

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)************************************** जन्में हैं कृष्ण कन्हाई,नन्द घर बाजे बधाई। मइया यशोदा शगुन मनावें,मोतियों चौक पुराई।नन्द घर बाजे बधाई… नन्दबाबा तो बलि-बलि जावें,आँगन में मोहर लुटाई।नन्द घर बाजे बधाई… ग्वाल-बाल…

Comments Off on बधाई, जन्में हैं कृष्ण कन्हाई

मुझे याद है…

डॉ. श्राबनी चक्रवर्तीबिलासपुर (छतीसगढ़)************************************************* अब तो दिन आकर,पूरी तरह से थकाकरसीधे रात पर ही रुकता है,मुझे याद है कि पहलेएक शाम भी हुआ करती थी। अब तो हर रिश्ता,मतलब से…

Comments Off on मुझे याद है…

हाथी-घोड़ा पालकी

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* श्रीकृष्ण जन्माष्टमी विशेष.... देवकीनंदन वासुदेव नंद गोपाल यशोदा लाल की,ब्रज में कृष्ण कन्हैया आयो, सुखसागर जगपाल की। नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल…

Comments Off on हाथी-घोड़ा पालकी

खुशी से जमुना उमड़ पड़ी

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* श्रीकृष्ण जन्माष्टमी विशेष.... चल दिए गोलोक से, श्रीकृष्ण मुरारी,पीछे से आ रहीं हैं, उनकी राधा प्यारीजग में नर-नारी को प्रेम पाठ पढ़ाएंगे,मनुज की आत्मा में ज्ञान…

Comments Off on खुशी से जमुना उमड़ पड़ी

प्रभु नाम का सहारा

प्रीति तिवारी कश्मीरा ‘वंदना शिवदासी’सहारनपुर (उप्र)************************************************* प्रभु नाम का सहारा लीजो पग-पग में।मोह न उपजे जग-मग में॥मोह न उपजे जग-मग में… मोह का बंधन ऐसा जकड़े,पराधीन प्राणी तू अकड़े।मोह बावरा…

Comments Off on प्रभु नाम का सहारा