भारतवासी माटी पूजे

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* भारतवासी माटी पूजे, तुमको बात बताता हूँ।बहती है गंगा-यमुना, मैं गीत वहाँ के गाता हूँ॥पर्वतराज हिमालय जिसके हर संकट को हरता है,तीन ओर का सागर, जिसकी…

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पक्षियों की चौपाल

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)******************************************* लगी पक्षियों की चौपाल।चटक-मटक है सबकी चाल॥ पंख सभी के रंग-बिरंग,कभी न करना इनको तंग।किसके कैसे होते पंख,चलो देखते हैं मिल संग।इंन्द्रधनुषी फैला जाल…नाच रहे सब दे…

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‘द्विज’ की रचनाओं में युग-चेतना प्रखरता के साथ लक्षित

गीत-गोष्ठी... पटना (बिहार)। 'भावुक कवि' के रूप में चर्चित और सम्मानित पं. जनार्दन प्रसाद झा 'द्विज' छायावाद काल के अत्यंत महत्वपूर्ण कवि और मूल्यवान कथाकार थे। इनकी रचनाओं में युग-चेतना…

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सर्वहिताय का भाव समाहित

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* गणतंत्र दिवस:लोकतंत्र की नयी सुबह (२६ जनवरी २०२५ विशेष)... लोकतंत्र की नई सुबह है, गणतंत्र दिवस हमारा।सर्वहिताय का भाव समाहित, है जनहित का नारा॥ सम्प्रभुता का…

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एक अनोखा बंधन

डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’इन्दौर (मध्यप्रदेश )******************************************* दूर रहकर यह मन अपना, जाने कैसे फिर जुड़ जाता।एक अनोखे बंधन में, यह मन अपना फिर से बँध जाता॥ लगता था मीलों की दूरी,…

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भगवान दिलों में

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* भगवान दिलों में रहते हैं, हर दिल से प्रेम करते हैं।इन्सान मगर भगवान का, घर भी ना साफ रखते हैं॥ दुनिया न बिना उनके सजती,…

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गणतंत्र-वंदना

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला (मध्यप्रदेश)************************* भारत माँ के अभिनंदन में, आओ हम जयगान करें।नित्य चुनौती का उत्तर दे, रक्षित माँ की आन करें॥ हमने रच डाली नव गाथा, लेकर खडग…

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गणतंत्र पर्व मनाएँ

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* खुशियों से भर जाएँ, आओ! गणतंत्र पर्व मनाएँ।नवल चेतना पाएँ, आओ! गणतंत्र पर्व मनाएँ॥ संविधान हमने पाया था, तम को दूर भगाया था,मुस्कानें अधरों पर आईं,…

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भारत माँ पर न्यौछावर ‘नेताजी’

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* भारत माँ पर न्यौछावर हो, रच दी नई कहानी।थे सुभाष तो अति मतवाले, दे दी निज क़ुर्बानी॥ बंगाली योद्धा साहसमय, भारत माँ के लाल,अंग्रेज़ी अफसर भय…

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आँसू मत बहाना

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* ऑंसू की बूँदें कभी मत बहाना।इनको सदा अपनी हिम्मत बनाना॥कमजोर करते हैं ऑंसू सभी को,कमजोरियों को भी ताकत बनाना॥ऑंसू की बूंदें… मजबूर हो तुम यही…

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