नया एक सूरज उगाएँ
डॉ. आशा मिश्रा ‘आस’मुंबई (महाराष्ट्र)******************************************* गणतंत्र दिवस विशेष…. चलो हम सभी मिलके यह गीत गाएँ,दिलों में नया एक सूरज उगाएँ।ये भाषाओं के फूल,मोती धरम के,इन्हें गूँथ कर एक माला बनाएँ॥चलो… बहुत जल चुकी अपने रिश्तों की होली,ज़ुबानों पे हो अब मोहब्बत की बोली।हमारा है भारत हमें गर्व इस पर,चलो इसको मिलकर सँवारें-सजाएँ॥चलो… यह हिंदू,यह मुस्लिम,यह … Read more