नया एक सूरज उगाएँ

डॉ. आशा मिश्रा ‘आस’मुंबई (महाराष्ट्र)******************************************* गणतंत्र दिवस विशेष…. चलो हम सभी मिलके यह गीत गाएँ,दिलों में नया एक सूरज उगाएँ।ये भाषाओं के फूल,मोती धरम के,इन्हें गूँथ कर एक माला बनाएँ॥चलो… बहुत जल चुकी अपने रिश्तों की होली,ज़ुबानों पे हो अब मोहब्बत की बोली।हमारा है भारत हमें गर्व इस पर,चलो इसको मिलकर सँवारें-सजाएँ॥चलो… यह हिंदू,यह मुस्लिम,यह … Read more

सजे आरती द्वार

डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’कोरबा(छत्तीसगढ़)******************************************* गणतंत्र दिवस विशेष…. सजे आरती द्वार हमारे गीत खुशी के गायें।ऊँचे हिमालय की चोटी पर हम तिरंगा फहरायें॥ शान हिंद की रहे हमेशा,बहे प्रेम की धारा,वीर शहीदों ने भारत पर अपना तन मन वारा।शस्य श्यामला रूप धरा का सबके मन को भाये,सजे आरती द्वार…॥ भारत की यह पुण्य धरा जो प्राणों से … Read more

आओ आज़ादी अमृत महोत्सव मनाएँ

आशा जाकड़ ‘ मंजरी’इन्दौर(मध्यप्रदेश)*********************************************** गणतंत्र दिवस विशेष…. आओ आज़ादी-अमृत महोत्सव मनाएँ।भारत की महिमा का हम गुणगान कराएँ॥ आजादी के पीछे छिपी है,वीरों की कुर्बानी,कण-कण बोल रहा आजाद भगत की जवानी।वीरों की कुर्बानियों को हम शीश झुकाएँ,भारत की महिमा का हम गुणगान कराएँ॥ खौल रहा लहू रगों में हम आर्यों की संतान,बोल रहा इतिहास हमारा,थे वे … Read more

सीमाओं के प्रहरी तेरा अभिनंदन

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* गणतंत्र दिवस विशेष…. सीमाओं के प्रहरी तेरा,करते सब अभिनंदन।तिलक भाल पर विजयश्री का,प्रस्तुत करता चंदन॥ रिपु को तुमने धूल चटाकर,परचम फहराया।हर जन ने उल्लासित होकर,विजयगान गाया॥कीर्ति तुम्हारी इतिहासों में,ऐ भारत के नंदन,तिलक भाल पर विजयश्री का,प्रस्तुत करता चंदन॥ शौर्य तुम्हारी गाथा गाता,करगिल देय गवाही।तुम तो हो सच्चे रखवाले,विजय राह के … Read more

हिन्दी का सम्मान करें

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ****************************************** ले मशाल हाथों में मिलकर शुरू एक अभियान करें।अपनी राजभाषा हिंदी का दिल से हम सम्मान करें। हिंदी है पहचान देश की हिंदी ही है माँ अपनी,हिंदी के उत्थान के लिए दे सकते हैं जाँ अपनी।यही सभ्यता और संस्कृति इसका हम गुणगान करें,ले मशाल हाथों में…॥ संस्कृत से निसृत हिन्दी सारी … Read more

लौट कर आने लगे बगुले

जसवीर सिंह ‘हलधर’देहरादून( उत्तराखंड)*************************************** चार दिन की रोशनी है इन चुनावों के सफर में।लौट कर आने लगे बगुले परिंदों के शहर में॥ रह गए पीछे कहीं जो साथ चलते थे हमेशा,अब ठगे से हो गए जो गात गलते थे हमेशा।पंख उनके कट चुके हैं चील-गिद्धों के नगर में,लौट कर आने लगे बगुले परिंदों के शहर … Read more

अनझेले संघर्ष

विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)************************************ आते हैं क्षण-क्षण जीवन में,अनझेले संघर्ष। हर आने वाले को मैंने,समझा अंतिम द्वन्दकिन्तु सदा नूतन ही आये,ज्यों कविता के छन्द।आदि अन्त कुछ मिला न इनका,बीते अनगिन वर्ष…। कहां ठहर कर कह दूं,आया,अब मंज़िल का छोरजीत लिये सब द्वन्द जगत के,कर दूं ऐसा शोर।जब है द्वन्द सामने,बनता,उद्भव भी अपकर्ष…। भावी के भय वर्तमान में,हँस … Read more

पुण्य काज करते चलें

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* कर्म ऐसा आप करते नित चलें।पुण्य पथ का भाव अंतर नित ढलें॥ बोलिए शुभ बोल भाषा नेक हो,हम मनुज के भाव निर्मल एक हो।द्वेष छल को त्यागकर समता पले,कर्म ऐसा आप करते नित चलें…॥ सत्य पथ की राह पर चल सर्वदा,काम आता सत्य का पथ ही सदा।बैर टूटे,दूर होवे फासलें,कर्म ऐसा … Read more

राष्ट्रभाषा हिन्दी

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ****************************************** ‘विश्व हिन्दी दिवस’ विशेष….. सब भाषाओं की जननी,ये हिन्दी बहुत महान है,ये हिन्दी अपनी शान है,ये हिन्दी हिन्दुस्तान है।जय जय हिन्दी हे…॥ मात भारती के माथे की शोभा जैसे बिन्दी,दमक रही सूरज के जैसी है भारत में हिन्दी।गूँज रहा अब विश्व पटल पर हिन्दी गौरव गान है,ये हिन्दी अपनी शान है,ये … Read more

उठो देश के युवाओं…

दुर्गेश कुमार मेघवाल ‘डी.कुमार ‘अजस्र’बूंदी (राजस्थान)************************************************** स्वामी विवेकानंद जी जन्म दिवस विशेष… उठो देश के भावी युवाओं,हिन्द ने तुम्हें बुलाया है।लक्ष्य से पहले रुको नहीं तुम,मार्ग ये हमको दिखाया है।देश को जिसने विश्व पटल पर,गौरव मान दिलाया है।विश्व-युवा उस विवेकानन्द का,आज जन्मदिन आया है।उठो देश के भावी युवाओं,हिन्द ने तुम्हें बुलाया है…॥ संस्कृति अपनी समग्र … Read more