निर्मल मन प्राण,मेरे देश का किसान
विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)************************************ मेरे देश का किसान स्पर्धा विशेष….. लहराते खेत गायें मीठा यह गान,मेरे देश का किसान।भोला नव जवान,मेरे देश का किसान॥ गर्मी की तपती दोपहरी न देखे,जाड़े की कठिन शीतलहरी न देखेसावन में वर्षा बौछारों से कटती,मेड़ों के तले खाई गहरी न देखे।करता श्रमदान,मेरे देश किसान,भोला नव जवान,मेरे देश का किसान…॥ आगे न देखे … Read more