स्वदेशी, उद्यमिता और सहकारिता के भाव से ही स्वावलंबन

डॉ. पुनीत कुमार द्विवेदीइंदौर (मध्यप्रदेश)********************************** वर्तमान में आधुनिकता की चाल में भाग रहे भोगवादिता के पुजारियों की स्थिति अत्यंत दयनीय प्रतीक हो रही है। पाश्चात्य का व्यापक दुष्प्रभाव भारतीय संस्कृति को बाज़ारवादी प्रवृत्ति की और ढकेलता जा रहा है। एक तरफ़ गाँव शहरों में परिवर्तित हो रहे हैं, वहीं छोटे क़स्बे शहर और शहर महानगरों … Read more

चिकित्सकों को दोष देने के बजाय जागरूकता जरूरी

अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) *********************************** आज के दौर में लगभग सभी लोगों को चाहे वह अमीर हो या गरीब, कृषक हो या मजदूर, नेता हो या व्यापारी, नौकर हो या मालिक, अधिकारी हो या कर्मी, संत हो या फकीर, को चिकित्सकों की जरूरत पड़ती है, और यह भी कड़वा सच है कि लगभग सभी लोग चिकित्सकों को … Read more

हर आंधी में टिकी रहेंगी पुस्तकें

ललित गर्गदिल्ली ************************************** सर्वविदित है कि पुस्तक का महत्व सार्वभौमिक, सार्वकालिक एवं सार्वदैशिक है, किसी भी युग या आंधी में उसका महत्व कम नहीं हो सकता, इंटरनेट जैसी अनेक आंधियाँ आएगी, लेकिन पुस्तक संस्कृति हर आंधी में अपनी उपयोगिता एवं प्रासंगिकता को बनाए रख सकेगी, क्योंकि पुस्तकें पढ़ने का कोई एक लाभ नहीं होता। पुस्तकें … Read more

हिंदी:राष्ट्र भाषा की राह में रोड़ा कौन ?

हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)****************************************** भारत के हिन्दी भाषी क्षेत्रों के अधिकांश पढ़े-लिखे लोग भी यही मानते हैं कि भारत की राष्ट्रभाषा हिन्दी है। यह जरूर है कि भारतीयों ने हिन्दी को राष्ट्रभाषा मान लिया है परंतु हमें शायद यह ज्ञान नहीं है कि संवैधानिक तौर पर हिन्दी आज भी भारत की राष्ट्रभाषा नहीं है। भले … Read more

हिंदी की ऐतिहासिक संस्थाओं का हश्र

डॉ. हरिसिंह पाल,दिल्ली****************************** आज इस भवन में मनोज वर्मा नर्सरी चल रही है। इसकी दीवारों पर मीरा बाई, सूरदास आदि की काव्य पंक्तियां उत्कीर्ण हैं। इस विशाल भवन के अंदर कबाड़ भरा पड़ा है। पुरानी पुस्तकें, पांडुलिपियां और समाचार पत्र तो कबके कबाड़ियों के हाथों पुनः कागज बनकर नष्ट हो गए होंगे।जबसे इस भवन को … Read more

भारत-पाकःबेहतर मौका

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ************************************************** पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जो जवाबी खत लिखा है, उसे देखकर लगता है कि दोनों देशों के बीच पिछले ३ साल में जो संवादहीनता पनप गई थी, अब शायद टूट जाए। मोदी ने शाहबाज को बधाई का जो पत्र लिखा था, उसमें यही … Read more

अमेरिका को झुकाया भारत ने

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ************************************************** यूक्रेन के बारे में भारत पर अमेरिका का दबाव बढ़ता ही चला जा रहा था और ऐसा लग रहा था कि हमारे रक्षा और विदेश मंत्रियों की इस वाशिंगटन यात्रा के दौरान कुछ न कुछ अप्रिय प्रसंग उठ खड़े होंगे, लेकिन हमारे दोनों मंत्रियों ने अमेरिकी सरकार को भारत के पक्ष में … Read more

सफलता की सीख हैं मारुति नन्दन

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** हनुमान जयंती विशेष…. मनीषियों के अनुसार अंजना और केसरी के लाल हनुमानजी का जन्म चैत्र मास की पूर्णिमा को हुआ था। इसलिए ही सनातनी इस दिन को हनुमान जन्मोत्सव के रूप में बड़े धूमधाम से मनाते हैं, जबकि केरल और तमिलनाडु जैसे स्थानों में मार्गशीष माह की अमावस्या को एवं उड़ीसा … Read more

संदेशों के अमल की महती आवश्यकता

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)***************************************************** महावीर जयंती विशेष…. वर्तमान में व्यक्ति,देश,विश्व,समाज अशान्तिमय जीवन-यापन कर रहा है। चारों ओर दुःख,युद्ध का वातावरण बना हुआ है। हर कोई एक-दूसरे को नीचा दिखा रहा है। आज विश्व में आधिपत्य के लिए लड़ मर रहे हैं,जबकि यह अस्थायी होता है। उसके बाद भी हठधर्मिता के कारण बुनियादी बातों को भूलकर दुखी हो … Read more

अंग्रेजी को अमित शाह की चुनौती

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************* गृहमंत्री अमित शाह न वह बात कह दी, जो भारत के लिए महर्षि दयानंद, महात्मा गांधी और डाॅ. राममनोहर लोहिया कहा करते थे। श्री शाह ने संसदीय राजभाषा समिति की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि भारत के नागरिकों को परस्पर संवाद के लिए अंग्रेजी की जगह हिंदी का इस्तेमाल करना … Read more