नैसर्गिक सौन्दर्य से लुभाता रहा बस्तर

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** यात्रा वृतांत... मानव की मूल प्रकृति सदैव बंजारा या यायावर रही है। मानव एक स्थान पर अचल या स्थाई नहीं रह सकता, इसी प्रवृत्ति के वशीभूत वह…

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महकती घाटी

संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)*************************************** नाशिक से मुंबई जाना मेरे लिए किसी रोमांचक सफ़र से कम नहीं होता है। इसमें हर बार का मेरा अपना अलग-अलग रोमांचित कर देनेवाला अनुभव रहा…

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गाँव की साँझ

संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)*************************************** इतवार को गाँव जाना हुआ, शाम को सोचा कि खेत पर चक्कर लगा लिया जाए। सांझ ढल रही थी, अस्ताचल का सिंदुरी सूरज आरक्त होकर पश्चिम…

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जिन्दगी का ‘नया मोड़’

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** बचपन में मैं खाने की बेहद शौकीन थी। मेरी फ्रॉक की दोनों जेबें चिलगोजे, बादाम और किशमिश से भरी रहती थीं। मक्खन, घी और मलाई खाने की…

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परिवार की सांस्कृतिक प्रेरणा ‘अम्मा जी’

रश्मि लहरलखनऊ (उत्तर प्रदेश)************************************************** मेरी नई-नई शादी हुई थी। जीवन में पहली बार मैंने करवाचौथ का निर्जला व्रत रखा था। पूजा करने के लिए तैयार हुई तो अम्मा बार-बार मुझे…

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एक दुर्घटना…

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)************************************** आज भी जब मैं वह दुर्घटना याद करती हूँ, तो मेरा मन विचलित हो जाता है, पर जहाँ अपना कोई वश नहीं; वहाँ हम लाचार हो जाते…

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प्रकृति की अनुपम छटा

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)************************************** हमारा प्यारा जबलपुर (मप्र), ब्याह के बाद का लगभग ३० वर्ष का समय यहाँ बीता। बड़ा ही सुखद अनुभव रहा इस जगह के विषय में हमारा। सबसे…

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एक श्वांस की कीमत तुम क्या जानो रमेश बाबू ?

डॉ. विकास दवेइंदौर(मध्य प्रदेश ) ******************************************** आप कहेंगे एक अत्यंत गंभीर शब्द श्वांस के साथ 'रमेश बाबू' जैसा फिल्मी संवाद जोड़कर मैं क्यों आखिर एक गंभीर विषय को हास्य का…

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सतरंगी सुरों के ईर्द-गिर्द रहा जीवन

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ किशोर कुमार जन्म जयंती विशेष... एक फंटूश चल पड़ा शिकारी बन, के.एल.सहगल से प्रभावित 'दुःखी मन मेरे, यहाँ नहीं रहना' गाते हुए। वह दौर फिल्म…

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पिता के आखिरी शब्द

हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)***************************************** उनकी साँसों से मेरी खुशियाँ (पिता दिवस विशेष)... यह घटना सन १९९८ की है। जब यहाँ अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार थी। वहाँ पाकिस्तान ने…

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