मुक्ति

डोली शाहहैलाकंदी (असम)************************************** आज जैसे ही सोने जा रही थी कि, अचानक फोन की घंटी बजी। देखा तो पड़ोस के चाचा जी का फोन था, "अरे समीर जरा बाहर निकलो,…

Comments Off on मुक्ति

भाग्य विधाता

डोली शाहहैलाकंदी (असम)************************************** नरेश और नीलू दोनों ही कॉन्वेंट विद्यालय के छात्र थे। दोनों अलग-अलग कक्षा में पढ़ते, लेकिन एक ही कॉलोनी में घर होने के कारण आपस में भरपूर…

Comments Off on भाग्य विधाता

तेरी बिंदिया रे

रश्मि लहरलखनऊ (उत्तर प्रदेश)************************************************** प्रेरणा को बचपन से पूजा-पाठ करना, सजना-सॅंवरना बहुत पसंद था। एक तरफ पढ़ने में टाॅपर तो दूसरी ओर इतनी सुन्दर! उस पर जब वो अपने दमकते…

Comments Off on तेरी बिंदिया रे

माँ के हाथ की रोटी

हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)***************************************** उस रोज बरडू लुहार तेलू चमार के यहाँ किसी काम से गया था शायद। दोनों का एक दूसरे के आना-जाना यूँ भी चलता ही रहता था।…

Comments Off on माँ के हाथ की रोटी

अपने-आप

डोली शाहहैलाकंदी (असम)************************************** आज मैं आँगन में बैठे नदी की लहरों को यूँ ही निहार रही थी। उन्हें देखकर ऐसा एहसास हो रहा था कि, कितना कुछ झेलती हैं ये…

Comments Off on अपने-आप

भक्ति में शक्ति

दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* शक्ति, भक्ति और दिखावा... मेरे एक मित्र हैं श्रीराम सिंह। उनके ७ बेटे हैं, पर बेटी के लिए दोनों प्राणी तरसते रहते हैं। १…

Comments Off on भक्ति में शक्ति

अगला जन्म

दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* एक दिन सुबह मैं एक मंदिर के निकट से गुजर रहा था, तभी एक कार आकर रुकी। कार के अंदर से एक मैम साहब…

Comments Off on अगला जन्म

स्नेह-सूत्र

रश्मि लहरलखनऊ (उत्तर प्रदेश)************************************************** ड्राइंग रूम में बैठे तन्मय को पत्नी कान्ता के खिलखिलाने की आवाज सुनाई दे रही थी। छोटी बहू और बड़ी पोती उसके साथ थीं। दोनों पैरों…

Comments Off on स्नेह-सूत्र

नया दर्पण

डोली शाहहैलाकंदी (असम)************************************** आज ज्यों ही विद्यालय से घर आई, बेटा सुधीर आकर बोला-'बिल पास हो गया।' '…क्या ?''…माँ, महिला आरक्षण बिल पास हो गया।''…वाह ,सच्ची!'दोनों बैठकर घंटों टेलिविजन पर…

Comments Off on नया दर्पण

राज

शशि दीपक कपूरमुंबई (महाराष्ट्र)************************************* डोली अपने घर की ड्योढ़ी पर पहुंची ही थी कि, नई-नवेली दुल्हन के माथे से टीका नदारद देख सास असहनीय हुई, लेकिन विवाह के माहौल को…

Comments Off on राज