दीया जल रहा मन के आँगन में

ऋचा सिन्हानवी मुंबई(महाराष्ट्र)************************************* दीपावली पर्व स्पर्धा विशेष …… दिया जल रहा मन के आँगन में,उजाला हो रहा मन के आँगन में। अँधियारों से जूझ कर,आंधियों से टूट करबारिशों में डूब कर,इम्तिहान दे रहा मन के आँगन में,उजाला हो रहा मन के आँगन में…। निर्धनों को सुख देकर,निर्बलों को घर दे करभूखों को अन्न दे कर,विश्वास … Read more

दीपक

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** दीपावली पर्व स्पर्धा विशेष …… झिलमिल-झिलमिल दीपक जलते,हमें स्वप्निल-स्वप्निल दुनिया लगते। चमचम-चमचम चमके मध्यम,दीप माला परिमल दिखतीदीपावली में दीप अवली,मधुरिम-मधुरिम मृदुल सजते। रिमझिम-रिमझिम उमंग बरसे,नन्हें दीपक बिकते सस्तेटिमटिम-टिमटिम आँख मिचौनी,दीपशिखा बन पवन से लड़ते। जगमग-जगमग ज्योत्स्ना यह,मन आँगन उजियारा भरतेबाती तेरे तेल ताल तब,झरझर-झरझर प्रकाश झरते। रुनझुन-रुनझुन देहरी पग,रखती लक्ष्मी छुन-छुन करतेलप-लप … Read more

मीठी बातों में ना आएंगे

प्रीति शर्मा `असीम`नालागढ़(हिमाचल प्रदेश)******************************************** दीपावली पर्व स्पर्धा विशेष …… इस दिवाली चाइना की,चीनी जैसी मीठी बातों में ना आएंगेदी ‘कोरोना’ महामारी जिस देश ने,मानव विरोधी ऐसे देश को हम मुँह भी ना लगाएंगे। विश्व अर्थव्यवस्था को अब ढ़ाढस हम बंधवाएंगे,कर बहिष्कार चाइना के सामान काहम स्वदेशी होने का मूल्य चुकाएंगेइस दिवाली चाइना की,चीनी जैसी मीठी … Read more

दीपावली पर्व

डॉ. मनोरमा चन्द्रा ‘रमा’रायपुर(छत्तीसगढ़)******************************************* दीपावली पर्व स्पर्धा विशेष …… आओ दीप जलायें,अंतर्मन को पावन बनायें।शुभ कर्म की कांति से,जीवन को हम महकायें॥ अपनी मानवता को कभी,ऐसे न डगमगायें।जलते दीपक की लौ भाँति,औरों के जीवन में,प्रकाश फैलाएँ॥ घर-घर में दीये जल रहे,मिठाई-पटाखे से,बाजार सजे हैं।साज-सजावट से लगे आशियाना,मानो नव श्रृंगार किए हैं॥ जिनके तन पे कपड़े … Read more

एक दीप जलाएं उनके नाम

दुर्गेश कुमार मेघवाल ‘डी.कुमार ‘अजस्र’बूंदी (राजस्थान)************************************************** दीपावली पर्व स्पर्धा विशेष …… लड़ियांदीपों की,जले चारों ओरआज हुई जगमग,रोशन दिवाली। चहुँओर चेहरों परजलते दीपों सी जगमग,चहुंओर देखोखुश चेहरों की खुशहाली। अमावस रात भी,लगे पूनम चमकतीकाली है फिर भी,लगे भरपूर उजियाली। पर जिनसे यहाँ पर है,हर घर में उजली रौनकउनका घर,क्यों आज लगतादुनिया की खुशियों सेएकदम ही खाली..?? … Read more

दहलीज का दीया

नमिता घोषबिलासपुर (छत्तीसगढ़)**************************************** दीपावली पर्व स्पर्धा विशेष …… एक दीया उस दहलीज पर भी रख कर आनाजहां बरसों से घुप अंधेरा है,एक दीया इतनी रोशनी देगा-कि अंधेरा अपने-आप ही चकने लगेगा!कुछ फुलझड़ियां उन नन्हें हाथों में भी दे देना-जो बड़े मकानों के पिछवाड़े में,जले पटाखों के बीच कुछ खोज से नजर आतेमैं उन नन्हें हाथों … Read more

ढांक लो जरा मुझे

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर(मध्यप्रदेश)****************************************** दीपावली पर्व स्पर्धा विशेष …… टिमटिमाते दीए से पूछेमहंगाई का हाल,मुस्कुराके वो हौले से बोल उठा-मेरी तरह हर इन्सान त्रस्त है,मैं तो ईश्वर का माध्यम हूँमेरी बदौलत ही इन्सान,ईश्वर से जीवन में कठिनाइयों कोदूर करने की चाह रखता है,तो क्यों न मांग लूँ ईश्वर सेमहंगाई दूर करने का वरदान।मैं तो एक छोटा-सा … Read more

आ रहे हैं अवध बिहारी

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* दीपावली पर्व स्पर्धा विशेष …… मात-पिता की आज्ञा पूरी कर,वन से लखन सिया संग,आ रहे हैं जन्म स्थान,मन में छलकती है अजब उमंग। दीप प्रज्वलित की घर-घर में,सभी मित्रों करो तैयारी,आ रहे हैं राजा दशरथ जी के पुत्र,राम अवध बिहारी। हर एक गली चौराहे पे फूल मालाओं से सजाओ,घर में सभी … Read more

आ गई दिवाली

विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)************************************ दीपावली पर्व स्पर्धा विशेष …… मिट्टी के दीपों में,सूर्य का प्रकाश ले,आँचल में भरे-भरे,आ गई दिवाली। गली-गली बिखराये,दीप पुंज छुट-पुटछोड़े न कूल कुंज,झाड़ी न झुरमुटज्योति की रंगोली से,भूमि को सजाती,धरती से अम्बर तक,छा गई दिवाली। रजनी को फुसलाये,किरण-किरण खिल-खिलअपना विस्तार करे,बाती से हिल-मिल,रात को प्रभात बना,चाँद को लजाती,जन-जन के मानस को भा गई … Read more

बनना है तो दीपक बन

तारा प्रजापत ‘प्रीत’रातानाड़ा(राजस्थान) ****************************************** तम अज्ञान का दूर करे,विकारों से हम रहें परेपाक-पवित्र हो जाये मन,आलोकित पथ हो जीवनबनना है तो दीपक बन। सच की राह पे चलना है,परवाना बन कर जलना हैतन-मन-धन कर अर्पण,आलोकित पथ हो जीवनबनना है तो दीपक बन। प्यार से तुम झोली भर दो,अपनी कृपा सब पे कर दोमिले सभी को अपनापन,आलोकित … Read more