तुम ही तो शुभ साज हो
आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* प्रियवर मेरे हृदय भाव की, तुम ही तो आवाज हो।आशा के हर गीत सृजन का, तुम ही तो शुभ साज हो॥ प्रियतम तुम्हीं गीत सार में, तुम तो शुभ नव भावना,अविरल तेरे प्रेम धार से, पाती निर्मल कामना।मधुर मधुर श्रृंगार गीत का, तुम ही तो आगाज हो,आशा के हर गीत सृजन … Read more