यदा यदा हि धर्मस्य…

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** गीता का एक श्लोक है-“यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत।अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्‌॥परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्‌।धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे- युगे॥”अर्थात जब-जब इस पृथ्वी पर अनाचार और अत्याचार हद से ज्यादा बढ़ जाता है, सज्जन लोगों का जीना दुश्वार हो जाता है, चारों तरफ अधर्म का बोलबाला हो जाता है, तब-तब धर्म की स्थापना … Read more

लत से बाहर आना होगा, वरना…

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डॉ. मुकेश ‘असीमित’गंगापुर सिटी (राजस्थान)******************************************** मुफ्तखोरी और राष्ट्र का विकास… सुबह की चाय का पहला घूंट अभी हलक से उतरा ही था, कि अखबार की मोटी-मोटी हेडलाइन गले में अटकने की जगह बना गई। “फलां पार्टी अपने घोषणा-पत्र में लाई है नई रेवड़ियाँ।”अखबार के कुछ और पन्ने पलटे, तो ऐसा लगा जैसे चुनावी वादों का … Read more

राष्ट्र के लिए मुफ्तखोरी घातक

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ मुफ्तखोरी और राष्ट्र का विकास….. किसी भी देश के लिए उसकी अर्थव्यवस्था बहुत ही आवश्यक है, पर जब इन पैसों से मुफ्तखोरी की योजना से तड़का लगता है तो मध्यमवर्गीय परिवारों को इसका नुकसान होता है। सरकारी पैसे को देश के विकास में लगाना उचित है, पर फिजूल की योजनाओं … Read more

दिल्ली:कांग्रेस कमजोर, भाजपा लाभ में

ललित गर्ग दिल्ली************************************** दिल्ली विधानसभा की ७० सीटों के लिए फरवरी तक चुनाव होने की संभावनाओं को देखते हुए राजनीतिक सरगर्मियां उग्र हो गयी है। इस बार के चुनाव में आम आदमी पार्टी लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटने की तैयारी में जुट गई है। वहीं, भाजपा और कांग्रेस भी इस बार सत्ता में वापसी … Read more

मैं जिन्दा हूँ!

डॉ. मीना श्रीवास्तवठाणे (महाराष्ट्र)******************************************* आप सोच रहे होंगे, कि कहीं यह पुनर्जन्म की दास्ताँ तो नहीं है। जी नहीं, यह तो इसी धरातल पर (अभी तक) बसे पेंशन भोगी (निवृत्ति-निधि भोगी) की कहानी है। किसी ज़माने में सरकारी कुर्सी पर बैठ हर माह वेतन पाकर मर्यादित सुखोपभोग के आदी सरकारी नौकर निवृत्ति के पश्चात् भी … Read more

राजनीतिक सबक सीखने होंगे राहुल गांधी को

ललित गर्ग दिल्ली************************************** कांग्रेस की उलटी गिनती का क्रम रूकने का नाम नहीं ले रहा है। महाराष्ट्र के नतीजे इसी बात को रेखांकित कर रहे हैं। राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस न तो भारतीय जनता पार्टी को टक्कर दे पा रही है, न ही देशहित के प्रभावी मुद्दे उठा पा रही है। देश में … Read more

भारत को आर्थिक-सामाजिक दृष्टि से सबल बनाना होगा

ललित गर्ग दिल्ली************************************** अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भारत एवं उसके प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की साख और सीख के कारण भारत दुनिया का सिरमौर बनने की दिशा में अग्रसर है। प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में ३ देशों की यात्रा की और ३१ वैश्विक नेताओं व वैश्विक संगठनों के प्रमुखों के साथ मुलाकात की। मोदी की विदेश … Read more

अपने से प्यार करें, पर कर्तव्य भी निभाएं

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** आजकल ‘आत्म प्रेम’ (सेल्फ लव) का शिगुफा उमड़ पड़ा है, इसकी तरंग में बहुतेरे नयी दुनिया बहने को आतुर भी दिख रही है, किन्तु यह क्या है ? आत्मप्रीति ही आत्म प्रेम… बन कर आया है…!अपने-आपसे प्यार, सम्मान, अपनी देखभाल, सुरक्षा, अपनी अस्मिता की रक्षा, आत्मसंतुष्टि के लिए कार्य, अपने-आपको समय देना, … Read more

‘समय’ नहीं है…

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ ‘समय’ के पहिए से आगे निकलने की वर्तमान में हर किसी की चाह होती जा रही है। ज़िन्दगी में रफ्तार का हर एक परिदृश्य मनुष्य को आपा-धापी के बीच में ले जाता है। जीवन चलता तो है पर उसे इन भौतिकवादियों के शिकंजे ने तेज बना डाला है। समय ने … Read more

क्षेत्रीयता को नकारा, विकास को स्वीकारा

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव-एक विश्लेषण… देशभर की नजर में देशभक्ति और प्रतिष्ठा का परिचायक रहे महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव २०२४ के नतीजे आने के बाद सब इसकी चीर-फाड़ करने में व्यस्त हैं कि आखिर राज्य की राजनीतिक दिशा और जनता के रुझानों में महत्वपूर्ण बदलाव का ऐसा नतीजा कैसे आया ? राजनितिक अनुभव, अनुमान … Read more