मांगती यह वरदान

ममता साहूकांकेर (छत्तीसगढ़)************************************* हरितालिका का त्यौहार,संग लाए खुशियाँ अपारहर सुहागिन देखो आज,करती हैं सोलह श्रृंगार। पायल, बिछिया, चूड़ी, बिंदिया,गला सजे नौलखा हारहाथ मेंहदी पाँव महावर,माथे सजती सिन्दूर सार। निर्जला व्रत रख,करती है यह उपवासमन मंदिर में रहता,पति परमेश्वर का वास। जप करती गौरी शंकर का,हर क्षण हर श्वांसअमर रहे सुहाग सदा,रखती है यह विश्वास। करके … Read more

तेरी जय हो गणेश

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ जय हो, जय-जय हो गणेश,दुनिया में कहीं ना हो क्लेशबप्पा तुम हम सबके प्यारेतेरी जय हो गणेश…। दु:ख हो या सुख हो,तेरा बना रहे साथशुभ है तेरा आना,तेरी जय हो गणेश…। रिद्धि-सिद्धि के दाता,गौरी पुत्र गणेशदेवों के देव के पुत्र गणेश,तेरी जय हो गणेश। मूषक वाहन प्रिय मोदक,लड्डू व दूवा … Read more

गीत मधुर हम गाएँ

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* समरसता की ज्योति जलाकर, गीत मधुर हम भारत गाएँमानवता अनमोल धरोहर, नैतिकता का पाठ सिखाएँसंस्कार आचार सत्यपथ, शील धीर पुरुषार्थ दिखाएँ,सुमति विवेकी साहस सम्बल, नवनिर्माण धर्मार्थ रचाएँ। जन गण मन मंगल सुखदायक, अरुणिम भारत गान सुनाएँ,चहुंमुख सीमा रक्षक नायक, वीर शहीदों शीश नवाएँविजय गीत भारत शत्रुंजय, अमर उजाला दीप … Read more

कलयुग… क्या बतलाएँ

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** कलयुग की यह रीति सुहावनजो मन भावे वही है पावन,क्या बतलाएँ युवा जगत को-भूल रहा निज रीति-नीति को। बच्चों पर क्या दोष लगाएँउनको हम क्यों ग़लत बताएँ,संस्कार की बात पुरानी-हितकर है यह सबने मानी। पर शिक्षा तो कॉन्वेंट मेंसीखा सब उन्हीं के संग में,अब क्यों कहते ढंग है बदला-खान-पान व्यवहार है बदला। … Read more

गणपति जी आराधना

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* भाद्र शुक्ल शुभ चतुर्थी, श्री गणेश अवतार।सिद्धिविनायक वन्दना, विघ्नेश्वर संसार॥ गणपति जी आराधना, प्रेम भक्ति मन भाव।सकल मनोरथ पूर्ण हो, मिटे विघ्न खल घाव॥ पूजन मंगलमूर्ति की, वैदिक मंत्र विधान।लम्बोदर बप्पा कृपा, मिले विभव यश मान॥ वंदन पूजन प्रार्थना, मूषिकवाह विशेष।करूँ आरती भक्तिमन, मिले समृद्धि अशेष॥ गणपति बप्पा मौरया, … Read more

नंद गृह शुभफल

सरोज प्रजापति ‘सरोज’मंडी (हिमाचल प्रदेश)*********************************************** तिमिर गहन रितु, वीभत्स-वीभत्स रितु,छम-छम कृष्ण रितु, घन घिर गरजे। जनम अद्भुत पल, यशुमति हर्ष पल,नंद गृह शुभफल, समस्त जन हर्षे। विचलित रुद्र कंस, सहम-सहम कंस,विकृत स्वरूप कंस, दुष्ट कंस गरजे। खुलधर्म-कर्म पट, बहुरि बंधन पट,पितु अचिंतित सट, जगत भय टरे। भ्रमित तरंग सरि, जलधि सम भरि,अनंत-अनंत धरि, भुजंग छत्र … Read more

छुई-मुई का दीवाना

संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)********************************************* मैं आषाढ़ सावन में छुई-मुई का बड़ा दीवाना बन जाता हूँ,देखकर आश्चर्य से छुई-मुई का खिलना मन ही मन सोंचता रहता हूँप्रकृति का जीता-जागता चमत्कार जानकर मन ही मन भरमाता हूँ,बहुत हौले से छुई-मुई क़ो छूकर, लज्जा से उसक़ो सिमटता पाता हूँ। बहुत शर्मीली, बहुत लचीली बहुत ही मनोरम इसका है … Read more

मोबाइल के कीड़े क्यों

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ जब मोबाइल नहीं था,ज़िन्दगी बहुत खुशनुमा थीना किसी से झूठ बोलते थे हम,फिर क्यों बन गए हम मोबाइल के कीड़े। अब बहुत दूरियाँ बढ़ गई,समय किसी के पास नहीं बचाफिर भी घंटों बिता रहे इससे,क्यों बन गए हम मोबाइल के कीड़े। संदेशे आते-जाते इसमें ‘व्हाट्सप्प’ पे दूर-दराज के,पर वह आत्मीयता … Read more

बेजार नजर

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* किसलिए आप यूँ बेजार नजर आते हैं।अश्क ऑंखों में क्यूँ बेकार नजर आते हैं। दिल पिए अश्क़ तो हर एक दुआ मिलती है,गम सहे दिल तभी खुद्दार नजर आते हैं। हिज़्र के गम न सहे दिल तो किया क्या इसने,खामखां दौर यही खार नजर आते हैं। दिल मुकम्मल न रहे … Read more

नफरत मत फैलाइए

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** नफ़रत मत फैलाइए, रखिए नेक विचार।रहें चैन से सब यहाँ, हम हैं इक परिवार॥ यह धरती है आपकी,गगन आपका मान।लहराता ध्वज आपका, यह है सबकी जान॥ कई त्याग बलिदान से, देश हुआ आज़ाद।सोने की चिड़िया कभी, आज कर रहें याद॥ नेक काम में सब लगो, करो देश का नाम।प्रगति हमारे देश की, … Read more