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चुनावी अनुमान पर भारी ‘बिहारी’

नवेन्दु उन्मेष
राँची (झारखंड)

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बिहारियों ने विधानसभा चुनाव में ‘एक्जिट पोल’ का जनाजा निकाल दिया। कहावत भी है ‘एक बिहारी सब पर भारी’ तो इसी कहावत को सार्थक करते हुए बिहारी एक्जिट पोल पर भी भारी पड़ गए। मतगणना के बाद एक्जिट पोल (चुनावी अनुमान)के नतीजों की घोषणा करने वाले अब अपने गिरेबान में झांक रहे हैं कि कहां चूक हो गई। वैसे भी बिहार क्रांतिकारियों की भूमि रही है। बिहारी कब कौन-सी क्रांति कर दे,कोई नहीं जानता । इसी क्रांति का नतीजा है कि,उसने पूरे एक्जिट पोल के नतीजों को ही बदल कर रख दिया।
एक्जिट पोल के नतीजों को देखने से ऐसा लग रहा था कि,’कोरोना’ महामारी ने नीतिश सरकार के जाने का पलीता लगा दिया है,लेकिन धन्य हैं बिहारी कि, एक्जिट पोल में कहा कुछ और ईवीएम में डाला कुछ…। जब ईवीएम से नतीजों का जिन्न निकला तो एक्जिट पोल करने वाले अपना बिस्तर लेकर भागते हुए नजर आए। भागते हुए ऐसे ही एक एक्जिट पोल वाले ने मुझसे कहा कि,-मान गए गुरु कि बिहारी कहता कुछ है,और करता कुछ है।’ यही कारण है कि दिल्ली में सब्जी बेचने वाला बिहारी भी कहता है ‘आरा जिला घर बा,कऊन बात के डर बा। सत्तर बिगहा में पुदीना लगल बा।’ मतलब साफ है कि,दिल्ली में थोड़ी-सी सब्जी बेच कर गुजारा करने वाला बिहारी भी गाँव के खेत में सत्तर बीघा में पुदीना लगाने का दंभ भर लेता है। इसे कहते हैं असली बिहारी।
बिहारियों ने ऐसे ही पूरी दुनिया में शिक्षा नहीं बांटी। भगवान महावीर यहीं पैदा हुए और दुनिया को बताया कि,’अहिंसा परमो धर्म:। गौतम बुद्ध को भी यहीं एक पेड़ के नीचे शिक्षा मिली,जिसे उन्होंने पूरी दुनिया में फैलाया। महात्मा गांधी को भी स्वतंत्रता आंदोलन को आगे बढ़ने के लिए बिहारियों का सहारा लेना पड़ा। जयप्रकाश नारायण ने भी संपूर्ण क्रांति का नारा देकर आजादी के बाद इंदिरा गांधी की सत्ता बदल दी थी। इसी प्रकार इस बार बिहारियों ने एक्जिट पोल के नतीजों की घोषणा करने वालों के नतीजों की कलई खोलकर रख दी।
बिहारियों की संघर्षशीलता से तो महाराष्ट्र में बाल ठाकरे को भी डर लगता था। खैर,अब तो बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं,और एक्जिट पोल भी बिहार से दुम दबाकर भाग चुका है। अब देखना है कि,बिहार में ‘का बा’ के नतीजों का भविष्य में क्या परिणाम नई सरकार निकाल पाती है। ताकि,अगले चुनाव तक लोग कह सकें कि, ‘बिहार में सब-कुछ बा।’

परिचय–रांची(झारखंड) में निवासरत नवेन्दु उन्मेष पेशे से वरिष्ठ पत्रकार हैं। आप दैनिक अखबार में कार्यरत हैं।

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