मदन गोपाल शाक्य ‘प्रकाश’
फर्रुखाबाद (उत्तर प्रदेश)
**************************************
हिंद देश की मिट्टी जिसकी,
खुशबू बड़ी निराली है।
जिसमें खेले-बड़े हुए ,
देश की वादी अली है।
सोंधी खुशबू इस मिट्टी की,
लगती बड़ी प्यारी है।
हिंद देश की शोभा अगणित,
मनभावन हितकारी है।
भारतवर्ष की शोभा देखो,
महक रही हरियाली है।
हिंद देश की मिट्टी जिसकी
खुशबू बड़ी निराली है॥