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फ़र्ज निभाओ

रेणू अग्रवाल
हैदराबाद(तेलंगाना)
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मर मिटे माँ-बाप फ़र्ज़ पर अपने,
बेटा करे पूरे सिर्फ़ बीवी के सपने।
ये कैसी दुनियादारी इस जहान में,
ब्याहते बेटी माँ-बाप माला जपने॥

माता-पिता करे वो फ़र्ज़ कहाता है,
बेटा ख़र्च करे तो एहसान जताता है।
बुज़ुर्ग माँ-बाप को बीवी के कहने से,
वही प्यारा बेटा वृद्धाश्रम छोड़ आता है॥

हम जिस समाज में रहते हैं,
उसके प्रति कर्तव्य हमारा है।
बदलो बुरे रिवाजों को तुम,
ये संकल्प बना अब तुम्हारा है॥

बहन राखी बांधे भाई को,
भाई वही उसका हिस्सा खाता।
क्या रक्षा करेगा वो बहन की,
जो पत्नी धुन पे नाचता-गाता॥

एक रात में जो फ़र्ज़ भुलाती,
बेटी बहू बन कब कर्ज़ चुकाती।
सिर्फ़ माँ-बाप ही प्यारे लगते देखो,
सास-ससुर को,है मर्ज बताती॥

कानून कोई भी नहीं मानता,
बेटा माँ की मिल्कियत ही चाहता।
पुराना कहकर मकान बिक़वाए,
नया फ्लैट बीवी के नाम कराए॥

सास को बहू चुप कराती,
उसके ऊपर धौंस जमाती।
तेरा बेटा मेरा पति है अब,
जवानी का है रौब दिखाती॥

अच्छे कर्म करो फ़र्ज़ निभाओ,
दुआ लो अपना धर्म निभाओ।
कल तुम भी तो बूढ़े होंगे,
बच्चों को सही संस्कार में लाओ॥

जैसी करनी-वैसी भरनी,
कह गए रैदास संत कबीरा।
जीवन सबका ख़त्म हो जाता,
तू क्यों करता पाप अमीरा॥

नौजवान अब आगे आएं,
देश को शिक्षित चलाएं।
अनपढ़ को मत नेता बनाओ,
ऐसे नेता को जल्द भगाएं॥

परिचय-रेणू अग्रवाल की जन्म तारीख ८ अक्टूबर १९६३ तथा जन्म स्थान-हैदराबाद है। रेणू अग्रवाल का निवास वर्तमान में हैदराबाद(तेलंगाना)में है। इनका स्थाई पता भी यही है। तेलंगाना राज्य की वासी रेणू जी की शिक्षा-इंटर है। कार्यक्षेत्र में आप गृहिणी हैं। सामाजिक गतिविधि के तहत समाज में शाखा की अध्यक्ष रही हैं। लेखन विधा-काव्य(कविता,गीत,ग़ज़ल आदि) है। आपको हिंदी,तेलुगु एवं इंग्लिश भाषा का ज्ञान है। प्रकाशन के नाम पर काव्य संग्रह-सिसकते एहसास(२००९) और लफ़्ज़ों में ज़िन्दगी(२०१६)है। रचनाओं का प्रकाशन कई पत्र-पत्रिकाओं में ज़ारी है। आपको प्राप्त सम्मान में सर्वश्रेष्ठ कवियित्री,स्मृति चिन्ह,१२ सम्मान-पत्र और लघु कथा में प्रथम सम्मान-पत्र है। आप ब्लॉग पर भी लिखती हैं। इनकी विशेष उपलब्धि-गुरुजी से उज्जैन में सम्मान,कवि सम्मेलन करना और स्वागत कर आशीर्वाद मिलना है। रेणू जी की लेखनी का उद्देश्य-कोई रचना पढ़कर अपने ग़म दो मिनट के लिये भी भूल जाए और उसके चेहरे पर मुस्कान लाना है। इनके लिए प्रेरणा पुंज-हर हाल में खुशी है। विशेषज्ञता-सफ़ल माँ और कवियित्री होना है,जबकि रुचि-सबसे अधिक बस लिखना एवं पुरानी फिल्में देखना है।

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