नारी दहन

गंगाप्रसाद पांडे ‘भावुक’ भंगवा(उत्तरप्रदेश) **************************************************************** एक महिला, घेरे चार दरिंदे सहायता के नाम पर बलात्कार, उभरी होगीं अनगिनत चीखें, मर्माहत पुकार… लेकिन दरिंदों के समक्ष सब अप्रभावी बेकार, अमानवीयता का चर्मोत्कर्ष, मानवता तार-तार। शरीर पर अनगिनत घाव, खुद को बचाने का संघर्ष, कुकृत्य के बाद बीच सड़क किया आग के हवाले। क्या इससे भी कुछ … Read more