लिट्टी-चोखा बिन तो…

वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) ****************************************************************** तुम हो मेरे साथ मगर ये रात नहीं अच्छी लगतीl लिट्टी-चोखा बिन तो ये बरसात नहीं अच्छी लगतीl प्यार करूँगा शर्त यही है आलू लेकर आ जाओ- भूखा हूँ अब दिल की कोई बात नहीं अच्छी लगतीl परिचय-वकील कुशवाहा का साहित्यिक उपनाम आकाश महेशपुरी है। इनकी जन्म तारीख २० … Read more

दिल को खुजला रहे हैं

वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) ****************************************************************** जैसे खुजली में या हम किसी दाद में, दिल को खुजला रहे हैं तेरी याद में, भेज दो प्यार के नीम की तुम दवा- तुम खिलाना मिठाई कभी बाद में। परिचय-वकील कुशवाहा का साहित्यिक उपनाम आकाश महेशपुरी है। इनकी जन्म तारीख २० अप्रैल १९८० एवं जन्म स्थान ग्राम महेशपुर,कुशीनगर(उत्तर … Read more

फटेहाल बच्चे

वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) ****************************************************************** स्वयं पे ही सभी रहते हैं वशीभूत अब, कोई भी किसी की नहीं सुनता जहान में। भूख और प्यास लिये मरते मनुष्य पर, लोग तो यकीन अब रखते हैं श्वान में। श्वान को खिलाया,नहलाया व घुमाया जाता, कभी सड़कों पे,कभी कार में बागान में। किन्तु कई लाख बच्चे हो … Read more

नारियों का नर जैसा मान होना चाहिए

वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) ****************************************************************** नारियों का अपमान क्लेश की वजह एक, इसका तो सबको ही ज्ञान होना चाहिए। कष्ट देते बहुओं को कुछ जो दहेज हेतु, उनपे कानून बलवान होना चाहिए। मार देते बेटियों को कोख में ही दुष्टजन, इसका जरूर समाधान होना चाहिए। शक्ति के स्वरूप की उपासना से पूर्व सुनें, नारियों … Read more

तुझे मैं पा नहीं सकता

वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) ****************************************************************** मुहब्बत तो बहुत है पर तुझे मैं पा नहीं सकता, तड़प दिल की ऐ जानेमन कभी दिखला नहीं सकता, तुझे मंजिल मिले वो जो भी तुमने सोच रक्खा है- तुझे मैं प्यार की दलदल जमीं पर ला नहीं सकताl परिचय-वकील कुशवाहा का साहित्यिक उपनाम आकाश महेशपुरी है। इनकी जन्म … Read more

दुनिया तो पराई है

वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) ****************************************************************** न तेरी है न मेरी है ये दुनिया तो पराई है, यूँ ही कहता नहीं हूँ मैं सभी को आजमाई है, किसी लालच में रिश्ते ढो रहे हैं लोग ये सारे- बिता कर उम्र केवल एक मुट्ठी राख पाई हैl परिचय-वकील कुशवाहा का साहित्यिक उपनाम आकाश महेशपुरी है। इनकी … Read more

वो मुझसे ऊब जायेगा

वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) ****************************************************************** मुझे ऐसा क्यूँ लगता है वो मुझसे ऊब जायेगा, मुकम्मल शायरी में जब मेरा दिल डूब जायेगा, जिसे मैं ढालता रहता हूँ गीतों और ग़ज़लों में- मुझे तन्हा बनाकर के वही महबूब जायेगाl परिचय-वकील कुशवाहा का साहित्यिक उपनाम आकाश महेशपुरी है। इनकी जन्म तारीख २० अप्रैल १९८० एवं जन्म … Read more

नहीं पूर्वजों की सहेजी निशानी

वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) ****************************************************************** शिला की तरह टूटते जा रहे हैं, कि रिश्ते सभी छूटते जा रहे हैंl न दादा के रिश्ते न दादी के रिश्ते, सभी ढो रहे सिर्फ शादी के रिश्तेl जड़ों में ही विष कूटते जा रहे हैं, कि रिश्ते सभी छूटते जा रहे हैं…ll नहीं पूर्वजों की सहेजी निशानी, … Read more

हरियाली गुम हो चली

वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) ****************************************************************** विश्व धरा दिवस स्पर्धा विशेष……… मौसम में है अब कहाँ,पहले जैसी बात। जाड़े में जाड़ा नहीं,गलत समय बरसात॥ मौसम तो बरसात का,किन्तु बरसते नैन। सूखी-सूखी ये धरा,पंछी भी बेचैनll आँखों में बादल नहीं,दिल के सूखे खेत। हरियाली गुम हो चली,दिखती केवल रेत॥ बादल के दल आ गये,ले दलदल का … Read more

किया है हमेशा,करेंगे किसानी

वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) ****************************************************************** भले ही हमारी कठिन जिन्दगानी, किया है हमेशा,करेंगे किसानीl विवेकी मनुज हो अनारी हो कोई, कि धनवान हो या भिखारी हो कोईl सभी को हमीं दे रहे दाना पानी- किया है हमेशा,करेंगे किसानीll उगाते हैं फसलें पसीना बहा के, तभी आप सोते हैं भर पेट खा केl कि खेतों … Read more