हिम्मत रखेंगे तभी,तो हराएंगे

अख्तर अली शाह `अनन्त` नीमच (मध्यप्रदेश) **************************************************************** हिम्मत रखी ‘अनंत’ आज तक हारे नहीं, हिम्मत रखेंगे तभी,तो उसे हराएंगे। ‘कोरोना’ की महामारी,घुस आई है जो लोगों, घर की न घाट की ये,रहेगी भगाएंगे॥ छाती पर मूंग जो ये,दल रही आज तक, बंद रहे घरों में तो,जड़ से मिटाएंगे। ठंडा होने देंगे नहीं कलेजे को कोरोना … Read more

‘सामाजिक संबंध’ निभाएं

अख्तर अली शाह `अनन्त` नीमच (मध्यप्रदेश) **************************************************************** सामाजिक सम्बन्ध और दूरी स्पर्धा विशेष……….. बहुत जरूरी हो तो ही हम, घर से बाहर जाएं यारों। ‘कोरोना’ को जीत,विजय का, घर-घर ध्वज लहराएं यारों॥ कोरोना के लक्षण हों तो, आइसोलेशन में हम जाएं। शंका पर भी क्वारेंटाइन, में रक्खें सबको सुख पाएं॥ सोशल डिस्टेंसिंग अपनाकर, कोरोना की चेन … Read more

प्रेम इबादत है,पूजा है

अख्तर अली शाह `अनन्त` नीमच (मध्यप्रदेश) **************************************************************** प्रेम लोक परलोक सुधारे, मेरा तो अनुमान यही है। प्रेम इबादत है,पूजा है, भक्ति यही,भगवान यही है॥ प्रेम को जिसने भी पहिचाना, उसने सबको अपना माना। रब का रूप देखकर सबमें, सबको सेवा लायक जाना॥ तम में कर देता उजियारा, लासानी दिनमान यही है। प्रेम इबादत है,पूजा है, … Read more

पहला प्यार…एक परी

अख्तर अली शाह `अनन्त` नीमच (मध्यप्रदेश) **************************************************************** निकले हैं पंख कल्पना के, मैं उड़ता दूर गगन में हूँ। एक परी उतरकर नजरों में, दिल मेरा रोज चुराती है॥ इन दिनों समंदर में गहरे, इच्छाएं गोते खाती हैं। लाती हैं मोती माणक चुन, धनवान बनी इठलाती हैं॥ मैं लिपटा सजधज में रहता, दरबारे शाही में नृप-सा। … Read more

हम बिगाड़ें न पर्यावरण

अख्तर अली शाह `अनन्त` नीमच (मध्यप्रदेश) **************************************************************** प्रकृति और मानव स्पर्धा विशेष…….. आईये एक कदम हम चलें, दोस्तों स्वच्छता के लिए। गंदगी न बढ़ाये कोई, इस धरा पे खुदा के लिए॥ गंदगी से सना होगा घर, आग की होंगें हम सब नजर। भस्म अस्तित्व कर लेंगें हम, पाल बैठेगें मरने का डर॥ इसलिए राह हम … Read more