उस घेरे को तोड़ दिया है
डॉ.अमर ‘पंकज’दिल्ली******************************************************** बंद किया था खुद को जिसमें उस घेरे को तोड़ दिया है,मतवादों का गोरख धंधा मैंने अब तो छोड़ दिया है। समता क्रांति मनुजता केवल लफ्ज़ नहीं हैं जीवन दर्शन,पर-हित सुख-सागर की दिशा में दु:ख का दरिया मोड़ दिया है। ज़िल्द फटी पुस्तक भी पुरानी लेकिन है अध्याय नया सा,शंकर बन हालाहल जो … Read more