चाँद
सुश्री अंजुमन मंसूरी ‘आरज़ू’ छिंदवाड़ा (मध्य प्रदेश) ******************************************************************** ऐ चाँद, तुझे देख, मुझे लगता है यूँ, दुनियादारी के, रंग सभी, तुझमें है भरे, कितना है मतलबी, तू देख अरे…l सूरज का, ले प्रकाश, प्रथमा-द्वितीया को, विनीत भाव से, सूरज के संग, खड़ा रहता है, और सूरज की, सहायता से, सहानुभूति से, जब तेरी, प्रगति होती … Read more