शरद पूर्णिमा है हितकारी

आशा आजादकोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************** शरद पूर्णिमा स्पर्धा विशेष….. शरद पूर्णिमा देखो आया। मौसम अनुपम मन को भाया।सुंदर प्यारा चाँद चमकता। अंतर मन है आप दमकता॥ नाम कौमुदी व्रत कहलाए। शुक्लपक्ष शुभ दिन में आए।आज चाँद दिखता है भारी। किरण आज है अति शुभकारी॥ जन्म लिया लक्ष्मी ने सुन लो। मनोकामना मन से गुन लो।बच्चे का … Read more

मानव हृदय उजास हो

आशा आजादकोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************** मानव हृदय उजास हो,होवे सुंदर काम। नेक कर्म अरु भाव से,मिलता जग में नामll बुरे कृत्य को छोड़ कर,लाएँ सुंदर भाव। मानवता की राह हो,कभी न हो ठहरावll पुलकित मन सबका करें,भर दे नव उल्लास। भारत का हर नागरिक,धरे आप विश्वासll नित्य उजाला ज्ञान का,जन-जन में संचार। मृदुवाणी बरसे सदा,सुंदर हो … Read more

आ जाओ माँ विपत्ति निवारिणी

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* आ जाओ माँ दुर्गा भवानी,सिंहसवारिनी विपति हारिणीस्वागत प्रार्थना जन कर जोडी़,आ जाओ माँ जग कल्याणी। महामारी से पीड़ित जनमानससुनो पूकार हे माँ जगतारिणी,हो तुम दुर्गति नाशिनी जगदम्बेजगजननी तुम हो भयहारिणी। सजा रहे घर मंदिर औ आँगन,मन कर्म वचन से स्वागतं मातेमहावर नुपूर शोभत शुभ पाँव,आ जाओ माँ हे करुणामयी। अनुपम … Read more

दुर्गा माँ ले अवतार

आशा आजादकोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************** नव दिन का शुभ पल है आया। दीया मैंने आज जलाया।माँ कब तक तू राज करेगी। नारी कितनी दर्द सहेगी॥ दुर्गा माता ले अवतारी। धरती में सुन पापी भारी।नारी की पीड़ा गोहराऊँ। पग-पग छल को समझ न पाऊँ॥ अवतारी बन के तू आजा। नारी की तू लाज बचा जा।घूम रहे हैं … Read more

शांति का परचम फहराना है

आशा जाकड़ ‘ मंजरी’इन्दौर(मध्यप्रदेश)*********************************************** हमें धरा पर शांति का परचम फहराना है,स्वार्थ को दूर भगा इसे स्वर्ग बनाना है। खून के रिश्ते सिसक रहे,रिश्तों में आ रही दरार।पावनता सब नष्ट हो गई,जीवन में हो रही तकरार।ईर्ष्या-द्वेष छोड़कर प्रेम की जोत जलाना है,हमें धरा पर शांति का परचम फहराना है…ll नदियों का पावन देश हमारा,मंत्रोच्चार का … Read more

नारी की पीड़ा

आशा आजादकोरबा (छत्तीसगढ़) ****************************************************** नारी की पीड़ा न जाने,मान को न पहचाने। अनाचार खूब करें,कैसा अपमान है। माँ की कद्र भूले सभी,बहन न माना कभी। मर्यादा समझे नहीं,पापी इंसान है। कहाँ जाये आज नारी,घेरे उसे अत्याचारी। तड़प-तड़प देती,अपनी वो जान है। अस्मत कैसै बचायें,विश्वास कहाँ पायें। मानुष होते पाप को,देख अनजान हैll कुंठित मानसिकता,लूटते नित्य … Read more

शांत चित्त मन

आशा आजादकोरबा (छत्तीसगढ़) ****************************************************** विश्व शांति दिवस स्पर्धा विशेष…… शांत चित्त मन को रखें,क्रोध बिगाड़े काम। जोश द्वेष की आग सेबुरा हुआ अंजाम॥ शांत हृदय के भाव हो,सरल बने सब काज। सुखमय जीवन के लिए,धैर्य बने आगाज॥ शांत रहे मन सीख दें,मृदुवाणी संवाद। निर्मल पावन मन धरेंरखें जिसे सब याद॥ शीतलता दें क्रोध को,ऐसा होवै … Read more

सृजन भाव आधार बनाएँ

आशा आजादकोरबा (छत्तीसगढ़) ****************************************************** सृजन भाव आधार बनाएँ,             भावों का हम गुनगान करें। काव्य कुंज में कवि मन कुहके,              सम्मोहित हो रसपान करेंll सृजन सदा नव आलोकित हो,                नेकी का सुंदर भाव पलेl ज्ञान आदर्श हृदय समाये,           कर्म बनाकर जन साथ चलेll दीन-हीन का उद्धार करें,            मनुज धर्म का आह्वान … Read more

‘कोरोना’ से वार्तालाप

आशा आजादकोरबा (छत्तीसगढ़) ****************************************************** वर्तमान में ये कौन घुस आया,बिना मेरे अनुमति केघर का ताला तोड़,आकर कहर बरपाया।उसने कहा,-घुसने की अनुमतितुझसे क्या लेना ‘आशा’,मैं तो स्थापित भारतवासियोंके साथ शान से,महामारी को भारत केअंदर ले आया,कोविड उन्नीस का नाममुझे है भायाकोरोना का नामविश्व में लिखवाया।मैं चीन की नई खोज हूँ,बीमारी संक्रमित हैजो स्पर्श मात्र से,तन को … Read more

शिक्षा अंतर्निहित पूर्णता

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* शिक्षक दिवस विशेष……….. शिक्षा है वो सामाजिक प्रक्रिया,निर्माण करना है इसका उद्देश्यसभ्य सुयोग्य सुसंस्कृत नागरिक,कर्म व्यवहार व सफल समावेशl सीखने-सिखाने की हुई क्रिया,वैदिक काल सर्वांगीण विकासजागा मन में जब ऐसा प्रकाश,आदिकाल में गुरूकुल प्रचलनl मध्यकाल संकुचित जो हुआ,धर्म से शिक्षा को जोड़ा गयाआधुनिक युग लाया विस्तार,सर्वांगीण विकास को बढ़ चलाl … Read more