चल-चल रे नौजवान…

आशा जाकड़ ‘ मंजरी’इन्दौर(मध्यप्रदेश)*********************************************************** चल-चल रे नौजवान,मातृभूमि पर शीश चढ़ाने अपना सीना तान। माँ का आँचल शत्रुओं ने रक्त रंजित कर दिया,अनगिनत गोलियों से लहू-लुहान कर दिया।माँ की दशा देखकर रो रहा है आज आसमान,चल-चल रे नौजवान….॥ दुश्मनों को गोलियों से भून कर रख देंगे,हाथ जो उठे तो ऊपर खंड-खंड कर देंगे।हौंसले बुलन्द रख सैनिक … Read more

कोरोना:विकास के संतुलन पर गंभीरता से सोचना होगा

आशा आजादकोरबा (छत्तीसगढ़) ****************************************************** ‘कोरोना’ विषाणु से पैदा हुई महामारी ने वैश्विक समाज और प्रशासन की तमाम कमजोरियों को उजागर कर दिया है,साथ ही इस खतरनाक संकट से आगे बढ़ने का रास्ता भी दिखाया है। कोविड-१९ की यह खतरनाक बीमारी जो असमय ही मनुष्य जीवन पर हावी हो गई है,ऐसा संकट है जो मनुष्य जाति … Read more

शहीदों की कुर्बानी

आशा आजादकोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************************************** वतन परस्ती लहू-लहू में,वीरों ने दी बलिदानी।हिंदुस्तान की आजादी में,याद रहेगी कुर्बानी॥ मंगल पांडे थे शहीद जो,सच्चे थे क्रांतिकारी,भारत माँ पर मिटने वाले,देश आज है आभारी।खुदीराम का साहस ऐसा,कर दी कुर्बान जवानी,हिंदुस्तान की आजादी में,याद रहेगी कुर्बानी…॥ सच्चे सेनानी थे बिस्मिल,भारत पर लहू गिराया था,तीस साल की उम्र में लड़े,मर कर … Read more

बारिश की हम धूम मचाएं सावन में

आशा जाकड़ ‘ मंजरी’इन्दौर(मध्यप्रदेश)*********************************************************** रिमझिम मेघा बरसे अपने आँगन में,बारिश की हम धूम मचाएं सावन में। पेड़ों पर हम झूला डालें,सखियों संग-संग झूलेंगे।ऊँचे-ऊँचे पग बढ़ाकर,गीतों के अब स्वर गूँजेंगे।खुशियों की मृदंग बजाएं उपवन में,बारिश की हम धूम मचाएं सावन में…॥ बारिश आई सावन आया,त्योहारों की सौगात लाया।मेंहदी सजी,कंगना सजे,मैके की याद भर लाया।बाबुल की अब … Read more

रामलला का संदेश

आशा आजादकोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************************************** अवधपुरी में रामलला के,मंदिर का निर्माण।अंतर मन से श्रेष्ठ बनें तब,होगा जग कल्याण॥ हृदय बसाएँ प्रेम भाव को,कहते हैं श्रीराम,मानवता की राह चले सब,कर लें जग में नाम।द्वेष-कपट का भाव त्याग दो,कहते वेद पुराण,अंतर मन से श्रेष्ठ बनें तब,होगा जग कल्याण…॥ दीन-दुखी की सेवा करना,बने सभी का ध्येय,धर्म निभाकर इस जगती … Read more

सतर्कता धरें

आशा आजादकोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************************************** रक्षाबंधन पर्व विशेष……….. राखी के त्योहार की,खुशियाँ है चहुँओर।प्रेम और विश्वास की,हाथ बँधेगी डोर॥ इस राखी में ध्यान धर,कर लें सारे काम।‘कोरोना’ नित फैलता,कष्ट भरा अंजाम॥ सतर्कता के साथ सब,जाएँ सभी दुकान।रख लें सेनेटाइजर,होवे नहिं नुकसान॥ अपने घर पर ही बने,मीठा सब पकवान।रिश्ते घर से ही निभे,रखें रोग का भान॥ भाई … Read more

रक्षाबंधन रीत अनुपम

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* रक्षाबंधन पर्व विशेष……….. भाई-बहन का स्नेह अपार,आया रक्षाबंधन त्योहार। रीत अनुपम लाये उल्लास,प्रेम विश्वास हृदय आस। हो उत्साह अनुपम साथ,रोली अक्षत सजेगा भाल। सजाती थाल दीप जलाकर,दही मीठा ले बहना तके राह। द्रौपदी ने बाँधा चीर कलाई,कृष्णा ने रक्षा रीत निभाई। अनमोल है ये कच्चा सूत,भूलें ना हम सब है … Read more

सकल जगत की शान

आशा आजादकोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************************************** प्रेमचंद जी को नमन,सकल जगत की शान। अनुपम सभी कहानियाँ,देते सुंदर ज्ञानll उपन्यास में सार है,सुंदर नव संदेश। अंतर मन भी तृप्त हो,पढ़कर मिटता क्लेशll अनुपम सारी पटकथा,सुंदर सारे पात्र। अनुपम सभी निबंध जो,पढ़ते अब भी छात्रll नेक विचारक देश के,कहता सकल समाज। तोड़ो सभी कुरीतियाँ,यही रहा आगाजll नेक कहानी प्रेरणा,रचा … Read more

बरखा रानी आओ

आशा जाकड़ ‘ मंजरी’इन्दौर(मध्यप्रदेश)************************************ बरखा रानी आओ,अभिनंदन है तुम्हाराजम के खूब बरसो,स्वागत है तुम्हारा। मौसम है बहारों का,मौसम है नजारों काशीतल पुरवइया,मन मेरा झूम रहा। नभ मेघा बरस रहे,देखो बदरा गरज रहेमोर बाग में नाच रहे,मन मेरा पुलक रहा। बरसात है भीगी-सी,देखो हवा चले ठंडी-सीचुनरी लहरा रही,देखो पायल खनक रही। बागों में फूल खिले,फूलों से … Read more

मेरा सुंदर गाँव निराला

आशा आजादकोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************************************** मेरा सुंदर गाँव निराला। हर्षित मन को करने वाला।शुद्ध हवा जो निसदिन आये। तन-मन को सब शुद्ध बनाये॥ पंक्षी मधुरिम गीत सुनाते। चीं-चीं करके हृदय लुभाते।निर्मल वातावरण लुभाता। सेहत सबके मन को भाता॥ गोबर के कंडे से जानो। धुँआ मारता मच्छर मानो।घर-आँगन है मन को भाता। गोबर से जब है लिप … Read more