कोरोना

वाणी बरठाकुर ‘विभा’ तेजपुर(असम) ************************************************************* मुझे विश्व में अब सभी पहचानते, मेरे ही डर से सभी मुँह ढक कर फिरतेl मैं छिपी थी चीन के वुहान में, अवसर देख निकल आई दुनिया घूमने। सात बहनों से मैं सबसे छोटी हूँ, जल,स्थल,आकाश तीनों लोक में घूमती, लेकिन घर बसाती प्राणियों के फेफड़ों में। खाँसी और छींक … Read more

डाकिया

वाणी बरठाकुर ‘विभा’ तेजपुर(असम) ************************************************************* निर्मला एकांत मन से ब्रीफकेस से निकली हुई चिट्ठी पढ़ रही है। “दादी…दादी,क्या पढ़ रहे हो ? मुझे भी दिखाइए!” सात वर्षीय पोते अभिज्ञान ने जिज्ञासा भरी नजरों से चिट्ठी देखकर निर्मला से पूछा। निर्मला ने जवाब दिया,”ये तेरे दादा जी की चिट्ठी थी। आज इस ब्रीफकेस में से निकली।” … Read more

आओ,बनाएं शांति धाम

वाणी बरठाकुर ‘विभा’ तेजपुर(असम) ************************************************************* आओ! दुनियावालों, कुछ हम भी आज बच्चों से, सीख लें। मिठास-मुस्कान से, विभोर कर दें हर शत्रु को, बंदूक उठाने की बजाए फूल हाथों में लेकर, स्वागत की जयमाला पहनाएँ। ताकि,हर कोई समझे हम स्वस्थ मष्तिष्क के, जीव श्रेष्ठ मानव हैं। एक-दूसरे के, बैर-भाव मिटाकर दुनिया को एक बनाएँ, जहाँ … Read more

हमारे गाँव

वाणी बरठाकुर ‘विभा’ तेजपुर(असम) ************************************************************* बार-बार लौट जाते हैं, हमारे गाँव की उन धूल-कीचड़ भरी राहों पर, गाय बछड़े बैलों के झुंड से धुँधले धूल भरी राहों पर, चलते युवाओं के कदम… दोनों किनारों पर, लहराते धान के खेत खेतों में चिड़ियों की किलकारी में मदहोश मन… बरामदे में बच्चों के जोर-शोर से पढ़ते हुए … Read more

उम्मीद की किरण

वाणी बरठाकुर ‘विभा’ तेजपुर(असम) ************************************************************* अरूणा करवट बदल रही है। ‘नहीं,आज भी मुझे नींद नहीं आयेगी।’ वो सोच रही है… बार-बार मनोज की याद आ रही है। आठ महीने पहले आज के दिन ही तो वो हादसा हुआ था। आज भी उस दुर्घटना के दृश्य आँखों में सजीव हैं। दिल काँप उठता है। अरूणा की … Read more

बुरा न मानो भाई होली है

वाणी बरठाकुर ‘विभा’ तेजपुर(असम) ************************************************************* बुरा न मानो भाई होली है, ये तो मस्तानों की टोली है। हम भी कुछ लेकर आए हैं झोली में, अरे भाइयों पहले रंग न लगाओ एक मिनट के लिए रूक जाओ। पुलवामा पर हुए शहीदों के लिए, मौन श्रद्धांजलि अर्पित करो। स्वाभिमान की पिचकारी में, हृदय भाव का जल … Read more

पूर्वोत्तर भारत में नारी की मजबूत स्थिति

वाणी बरठाकुर ‘विभा’ तेजपुर(असम) ************************************************************* सदियों से नारी हमेशा चर्चा का विषय रही है, लेकिन नारी विहीन दुनिया की कल्पना भी नहीं हो सकती है। जैसे हमारे लिए दिन और रात दोनों ही आवश्यक हैं,वैसे ही पुरुष के साथ साथ नारी भी आवश्यक है। एक परिवार नारी से पूर्ण होता है। किसी ने सच कहा … Read more