बीज वो अमन के बो गए…
दीपा गुप्ता ‘दीप’ बरेली(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** (तर्ज-उनसे मिलकर देखिए कितने मुक़म्मल हो गए। रचना शिल्प:२१२२ २१२२ २१२२ २१२) वीर धरती पर निछावर देश के लो हो गए। प्राण पण से वो लड़े अहले वतन हम रो गए। आँख नम हैं हम सभी की देख कर कुर्बानियां, देश की खातिर दीवाने नींद मीठी सो गए। नाम … Read more