बनना है तो दीपक बन
संजय गुप्ता ‘देवेश’ उदयपुर(राजस्थान) *************************************** अरे मनुज! बनना है तो दीपक बन,प्रकाशित कर दे लोगों के बुझे मनसर्व दिशाओं में अवतरित उजियारा,जगमग कर दो तुम सभी का जीवन। त्याग-तपस्या की जले दीए में बाती,दीप से दीप जलाएंड मिल सब साथीहो प्रकाश तो दिखेगा सुंदर मधुबन,अरे मनुज! बनना है तो दीपक बन…। अंधकार समाप्त हो प्रकाश हो … Read more