कछुआ और खरगोश
प्रिया देवांगन ‘प्रियू’ पंडरिया (छत्तीसगढ़) *********************************************************************** कछुए और खरगोश में, हुई बढ़िया रेस। बहुत घमण्डी था खरगोश, मारता था वह टेस। दोनों में एक बात चली, चलो लगाएँ रेस। हाथी आया बंदर आया, आया जंगल का राजा। चिड़िया रानी ने गाना गाया, लोमड़ी ने बजाया बाजा। दोनो निकल पड़े रेस में, खरगोश ने दौड़ लगाई। … Read more