सावन जब बरसे
डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’ बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़) ******************************************************************** सावन जब बरसे सरस्, तन-मन सब हर्षाय। मोर पपीहा हो मगन, झूम-झूम अकुलाय। झूम-झूम अकुलाय, सुहाना मौसम आया। धरती का यह रूप, सभी के मन को भाया। कह ‘डिजेन्द्र’ करजोरि, बहे पुरवाई पावन। जीवों में आनंद, सदा भरता है सावन॥ परिचय-डीजेंद्र कुर्रे का निवास पीपरभौना बलौदाबाजार(छत्तीसगढ़) में है। इनका … Read more