कारगिल विजय नामा

गीतांजली वार्ष्णेय ‘ गीतू’ बरेली(उत्तर प्रदेश) ************************************************************************* कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. यूँ तो भारत विभाजन के समय से ही भारत और पाकिस्तान में दुश्मनी चल रही है, पाकिस्तान बस भारत में घुसने का मौका ढूंढता रहता है। पाकिस्तान आतंकवाद और धोखे का पर्याय बन गया है। १९४७ की मारकाट के बाद १९६५ सहित १९७१ … Read more

मेघ

गीतांजली वार्ष्णेय ‘ गीतू’ बरेली(उत्तर प्रदेश) ************************************************************************* सूर्य की तपन से तप रहा घर आँगन, झुलस रहा तन,मन हो रहा बैचेन; बीता अषाढ़ आने को है सावन, न जाने कौन से देश बदरा चले गए। देख रहा ऊपर अन्नदाता,अन्नदाता को, कब बरसोगे कब बोयेगें धान,सूख रहे खेत खलिहान; जो समय पर न बरसोगे,बर्बाद हो जाएगा … Read more

अहंकार

गीतांजली वार्ष्णेय ‘ गीतू’ बरेली(उत्तर प्रदेश) ************************************************************************* जब चले जीवन नैया लेकर, हाथों में मैं की पतवार सोचा,कर लेंगें जीवन नैया पार, पकड़ समय की धार। काम न आयी मैं की पतवार, तेज समय की धार अपने छूटे,सपने टूटे, कदर नहीं की अपनों की जब समय था तेरे पास। ऐसे गुजरे तूफ़ानों से, छूट गयीं … Read more