`राष्ट्रीय शिक्षा नीति` पर मानव संसाधन विकास मंत्री को पत्र:संपर्क भाषा `हिन्दी` को महत्व और गौरव देने की पुरजोर मांग

प्रो. कृष्ण कुमार गोस्वामी दिल्ली *************************************************************************** डॉ.रमेश पोखरियाल निशंक मानव संसाधन विकास मंत्री, मानव संसाधन विकास मंत्रालय,भारत सरकार नई दिल्ली–110 001 विषय:राष्ट्रीय शिक्षा नीति, महोदय, आपके मानव संसाधन विकास मंत्री नियुक्त होने पर मैं आपका अभिवादन और अभिनंदन करता हूँ। आशा करता हूँ कि आप जैसे कर्मठ और परिश्रमी व्‍यक्ति के नेतृत्व में यह मंत्रालय … Read more

परदेशी सैयां

नताशा गिरी  ‘शिखा’  मुंबई(महाराष्ट्र) ********************************************************************* सैयां जी……..ओ सैयां जी, याद आए तेरी बतियां,बीती रतियां। कहती हैं सखियाँ,जोगन बनी क्यूँ, प्रेम दिवानी,आँखों में तेरी कैसा है पानी। होंठों की लाली हाय! किसने चुराई, हाथों की मेहंदी ऐसे फ़ीकी पड़ी क्यूँ। क्या मैं कहूँ जी बोलो न! ओ सैयां जी॥ मिलो जो मुझसे,कह दूँ तुमसे, ख़्वाबों में … Read more

हिन्दी की अस्मिता पर प्रहार करने वाले हिन्दी के अपने

प्रो. कृष्ण कुमार गोस्वामी दिल्ली *************************************************************************** यह बहुत बड़ी विडंबना है कि हिन्दी को तोड़ने वालों में हिन्दी के अपने ही लोग हैं।भोजपुरी के कुछ समर्थकों का यह विचार है कि हिन्दी भाषा से अलग होने पर ही भोजपुरी भाषा और संस्कृति का विकास हो पाएगा। वास्तव में यह उनका भ्रम है। भाषा विज्ञान की … Read more

ईर्ष्या

नताशा गिरी  ‘शिखा’  मुंबई(महाराष्ट्र) ********************************************************************* रत्नजड़ित मखमली मयान में,देखो छिपी हुई तलवार हूँ, जल के कोमल प्रवाह में,असीम छिपी हुई रमणीय-सी धार हूँ। गर्म रक्त से कलेजा ठंडा करना आता हैं,हाँ मैं ईर्ष्या हूँ, मंद-मंद मुस्कान लिए,मुझे तिल-तिल मरना आता हैं। मैं क्रूरता और बर्बरता का कृत्य कितना खिलवाती हूँ,उसर-सी हूँ मैं, तेरी त्याग-तपस्या अर्पित … Read more