नेक बनें हम
आचार्य गोपाल जी ‘आजाद अकेला बरबीघा वाले’शेखपुरा(बिहार)********************************************* अगर चाह है नेक बनें हम,तुमको तिल-तिल गलना होगाजग का अंधियारा तभी मिटेगा,खुद बन दीप-सा जलना होगा। विश्व बंधुत्व की बहेगी बयार,होंगे विद्व मनीषी यहां तैयारआएगा तभी सबमें सुविचार,सत्य की राह जब चलना होगा।खुद बन दीप-सा जलना होगा… होगा धर्म-संस्कृति का भी रक्षण,दिव्य वैदिक-संस्कृति भी फैलेगीसबका उत्कर्ष सहज … Read more