पानी बिन जग सूना

अनिल कसेर ‘उजाला’  राजनांदगांव(छत्तीसगढ़) ****************************************************************************** ऐ मालिक देख, फिर तेरी बात हो रही। ख़ुद की करनी भोग रहे, और रब से फरियाद कर रहे। पेड़ काट-काट कर, हमने अपनी औकात दिखाई। जब प्राण फंसे संकट में, कहते खुदा तू हरजाई। कहीं पानी से हाहाकार मचा, कहीं बूंद-बूंद में जीवन फंसा। धरती प्यासी-प्राणी प्यासे, देख हाल … Read more

कारगिल विजय

अनिल कसेर ‘उजाला’  राजनांदगांव(छत्तीसगढ़) ****************************************************************************** कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. सरफरोशी की तमन्ना आज भी हमारे दिल में है, कारगिल विजय पर हमारी बातें होती हर महफ़िल में है। नापाक इरादे से जो सरहद पे रक्खे कदम, तोड़ कर उनके इरादे कर देंगे उन्हें वहीं दफन। भगतसिंह-सा संकल्प कर मनजीत ने दिल में ठान के, … Read more

महिमा बरसात की

अनिल कसेर ‘उजाला’  राजनांदगांव(छत्तीसगढ़) ****************************************************************************** अब तो हो जाने दो बरसात, तपन से धरा हो गई है त्रास। बुझ रही थी नहीं सभी की प्यास, बरसात होने से पूरी हुई आस। पानी के लिए मचा था हाहाकार, बरसात होने से आया करार। ह्रदय में धरती के पड़ रही थी दरार, बरसात के आने से आ … Read more

मजदूर कौन नहीं…

अनिल कसेर ‘उजाला’  राजनांदगांव(छत्तीसगढ़) ****************************************************************************** मजदूर कौन नहीं… मैं आप और वो, जो लड़े कठिनाइयों से, न घबराएं बुराइयों से जो घटाये परेशानियों को, और भूल जाये नादानियों कोl मजदूर कौन नहीं… मैं आप और वो, कोई करे कर्म नाम कमाने को कोई करे काम भूख मिटाने को, कोई बनवाता है महल दिखाने को कोई … Read more