अनिल कसेर ‘उजाला’
राजनांदगांव(छत्तीसगढ़)
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मजदूर कौन नहीं…
मैं आप और वो,
जो लड़े कठिनाइयों से,
न घबराएं बुराइयों से
जो घटाये परेशानियों को,
और भूल जाये नादानियों कोl
मजदूर कौन नहीं…
मैं आप और वो,
कोई करे कर्म नाम कमाने को
कोई करे काम भूख मिटाने को,
कोई बनवाता है महल दिखाने को
कोई बनाता कुटिया सर छुपाने कोl
मजदूर कौन नहीं…
मैं आप और वो,
कोई एसी
में करता आराम
कोई क्षणभर नहीं लेता विश्राम,
कोई ऊपर उठने गिराता मकान
कोई गिरकर ऊंचा रखता मानl
मजदूर कौन नहीं…
मैं आप और वो,
मैं
से मरता इंसान
आपसे
बढ़ता अभिमान,
वो
से होता दुनिया का हर कामll
परिचय-अनिल कसेर का निवास छतीसगढ़ के जिला-राजनांदगांव में है। साहित्यिक उपनाम-उजाला है। १० सितम्बर १९७६ को डोंगरगांव (राजनांदगांव)में जन्मे श्री कसेर को हिन्दी,अंग्रेजी और उर्दू भाषा आती है। शिक्षा एम.ए.(हिन्दी)तथा पीजीडीसीए है। कार्यक्षेत्र-स्वयं का व्यवसाय है। लेखन विधा-कविता,लघुकथा,गीत, ग़ज़ल है। कुछ रचनाएं पत्र-पत्रिका में प्रकाशित हो चुकी हैं। आपकी लेखनी का उद्देश्य-सच्चाई को उजागर करके कठिनाइयों से लड़ना और हिम्मत देने की कोशिश है। प्रेरणा पुंज-देशप्रेम व परिवार है। सबके लिए संदेश-जो भी लिखें,सच्चाई लिखें। विशेषज्ञता- बोलचाल की भाषा व सरल हिन्दी में लिखना है।