ईश्वर को करें प्रणाम

अनिल कसेर ‘उजाला’  राजनांदगांव(छत्तीसगढ़) ************************************************************************* ले कर ईश्वर तेरा नाम, कर रहे तुझको बदनाम बात-बात कहते भगवान, आगे रखते खुद का नाम बड़ी मुश्किल से मिलता तन, फिर भी नहीं करते अच्छे काम। कर रहे तुझको बदनाम… एक-दूजे को सब समझाते, जाने क्यूँ फिर समझ न पाते संतों का पहन के चोला, धन को माने … Read more

कैसे पार जाऊं मैं…

अनिल कसेर ‘उजाला’  राजनांदगांव(छत्तीसगढ़) ****************************************************************************** जग बना आग का दरिया, कैसे तुझे बतलाऊं मैं। नाव है खेवनहार नहीं, कैसे पार जाऊं मैं। हूँ अपनों की महफ़िल में, पर बेगाना कहलाऊं मैं। कोई नहीं तेरे सिवा, मन को कैसे समझाऊं मैं। पाया रब दिल के पास तुझे, खुशियों से कैसे झूम न जाऊं मैं॥ परिचय –अनिल … Read more

कर्म ही धर्म

अनिल कसेर ‘उजाला’  राजनांदगांव(छत्तीसगढ़) ****************************************************************************** वाह रे इंसान कहता रहता है- मेरा है मेरा है, सोच कर तो देख क्या तेरा हैl मिला जो तन, क्या तेरा कमाया हुआ है धनl माँ-बाप का है तू अंश, जो कुछ भी है जीवन में वो है तेरा कर्म माँ-बाप,भाई-बहन, पत्नी,बच्चे न दोस्त-यार साथ निभायेंगे। तेरा कर्म ही … Read more

माँ धरती

अनिल कसेर ‘उजाला’  राजनांदगांव(छत्तीसगढ़) ****************************************************************************** विश्व धरा दिवस स्पर्धा विशेष……… प्रकृति को छेड़ के क्यों कर रहा नाश, दुनिया का ऐसे में हो जाएगा विनाश। भौतिक साधनों से हो गया लाचार, पर्यावरण को कर दिया दूषित और बेकार। ना कर इंसा ऐसी नादानी, जीवन दे के पड़ेगी कीमत चुकानी। ना दिखा ऐसे विकास के सपने, … Read more