ज्ञान मिले तो जग मिले

कृष्ण कुमार कश्यपगरियाबंद (छत्तीसगढ़) ********************************************************************** जग में शिक्षा की सदा,होती जय-जयकार।कर्म धर्म धन है यही,है जीवन का सार॥ यह धन जग में है बड़ा,दूजा क्या अनमोल।ज्ञान कभी बिकता नहीं,आँखें अब तो खोल॥ गीता की वाणी यहाँ,इसमें चारों धाम।ज्ञान मिले मिल जाय सब,सोच-समझ कर काम॥ लूट सको तो लूट लो,जहाँ ज्ञान की खान।ज्ञानवान बनना तुम्हें,तो कर … Read more

ऐसा मुझे वर दे

कृष्ण कुमार कश्यप गरियाबंद (छत्तीसगढ़) ************************************************************************** हँसता हुआ मनभावन चेहरा। तू जग पाला तू ही सहारा। दुखियों के दुःख हरने वाली तू, अम्बे माँ…अम्बे माँ, ग़ौरी माँ…गौरी माँ। पहले मेरे दिल का तू अरमान सुन ले, काम क्रोध लोभ मोह,हटा दो सब झमेले। हे कालरात्रि…हे कालरात्रि,सिद्धीदात्री…सिद्धीदात्री, कर दे खुशहाल दुनिया। हँसता हुआ… आज़ मेरी रग-रग … Read more

बरसात

तृप्ति तोमर `तृष्णा` भोपाल (मध्यप्रदेश) ********************************************************************* बरसात प्रकृति का हसीन एहसास, जैसे दुनिया के खुशी के पल हों पास। पायल की झनकार-सा रोचक-सा संगीत, जैसे इस सुहाने मौसम में मिला हो मनमीत। रंग-बिरंगी फिजाओं से घिरा हो चमन, अपनी अठखेलियों से मनमुग्ध है गगन। रिमझिम बूदों से धरती ने दुल्हन-सा रूप सजाया, जैसे हर ओर खुशियों … Read more

हमीं ने देर कर दी इजहार में…

चतुरसिंह सी.एस .’कृष्णा’ भरतपुर (राजस्थान) ******************************************************** रात-भर जागता रहा उसके फोन के इंतजार में। शायद हमीं ने देर कर दी उससे इजहार में। सोचता हूँ तो आज भी दिल दहल जाता है, पता नहीं क्या कमी थी हमारे किरदार में। जरा संभल कर रहें,इत्मिनान बरतें, चोर-उचक्कों का दबदबा है सरकार में। बेशक मर गये पर ज़मीर … Read more